भोपाल। मुरैना में जहां एक तरफ जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार प्रदेश में शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है. जबकि विपक्ष में रहते इन्ही लोगों ने तत्कालीन कमलनाथ सरकार के शराब बिक्री के कदम का विरोध जताया था. जबकि आज सरकार खुद ही प्रदेश में शराब दुकानें बढ़ाना चाहती है. बता दें मध्यप्रदेश में पिछले एक साल में जहरीली शराब से करीब 48 मौतों का मामला सामने आ चुका है. उज्जैन, रतलाम और मुरैना में अवैध और जहरीली शराब के कारण लोगों की मौत हो चुकी है.ऐसी स्थिति में प्रदेश की शिवराज सरकार शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने जा रही है. जिससे प्रदेश में अवैध शराब और जहरीली शराब की बिक्री पर अंकुश लग सके.
महंगी शराब और शराब दुकानों की कमी के कारण बढ़ेगी अवैध शराब की बिक्री
दरअसल गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का मानना है कि मध्यप्रदेश में पिछले दिनों अवैध और जहरीली शराब के कारण मौतों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. इसकी वजह प्रदेश के दूरस्थ और सुदूर अंचलों में सरकारी शराब दुकान ना होना है. उन अंचलों में सरकारी शराब दुकान ना होने के कारण अवैध शराब का कारोबार फैलता है. लोग अवैध शराब खरीदना शुरू कर देते हैं, इसलिए इस तरह के हादसे सामने आ रहे हैं.
दूरस्थ और सुदूर अंचलों में बड़े शराब दुकानों की संख्या