भोपाल। कोरोना संक्रमण प्रदेश के बड़े शहरों से आगे बढ़कर अब कस्बों और गांव में पैर पसारने लगा है. एमपी कांग्रेस ने इस फैलाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि, ये इस बात का संकेत है कि कम सैंपल जांच और सख्त लॉकडाउन ही बचाव के पूर्ण कारगर उपाय नहीं हैं. जांच की गति दोगुनी करनी चाहिये और स्वास्थ्य अमले में भरोसा पैदा करना चाहिए, साथ ही कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए अपनी जान गवान वाले इंदौर के डॉक्टर पंजवानी को कांग्रेस ने शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है.
कांग्रेस ने की कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए जान गवाने वाले डॉक्टर को शहीद का दर्जा देने की मांग - मीडिया विभाग उपाध्यक्ष
कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए अपनी जान गवान वाले इंदौर के डॉक्टर पंजवानी को कांग्रेस ने शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है. साथ ही गांवों में फैल रहे कोरोना संक्रमण पर चिंता व्यक्त की है.
गुप्ता ने बताया कि, हाटपीपल्या,कसरावद और नागदा में इसकी दस्तक इस बात का संकेत है कि, मौजूदा उपाय कारगर साबित नहीं हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य अमले में भरोसा पैदा करना चाहिये. जिससे निर्भीक होकर स्वास्थ्य कर्मी इलाज कर सकें.
समाचार पत्रों में प्रकाशित यह समाचार चौंकाने वाला है कि लगभग 50 डाक्टरों ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. इसका साफ मतलब कि, सरकार उनकी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने में असफल साबित हुई है. उन्होने डॉ. पंजवानी की कोरोना से मृत्यु को गंभीरता से लेने का अनुरोध करते हुए डाक्टरों की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने की मांग की है.