भोपाल। पिछले दिनों चांदी के दाम में सोने के मुकाबले कमी आई थी. वहीं सर्राफा बाजार में चांदी के भाव में उछाल आया है वहीं सोने के रेट में खास बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है. विकल्प अब ग्राहकों के पास कई हैं. सोने की शुद्धता के पैमाने को विस्तार दिया गया है. हम पहले ही बता चुके हैं कि हॉलमार्क के गहनों में अब ऑप्शन 3 नहीं बल्कि अब छह हो गए हैं. जानते हैं मंगलवार, 10 अगस्त को क्या रहा सोने चांदी का भाव.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत हैं 47790, वहीं, चांदी प्रति किलो 66, 460 रुपए है.
इंदौर में आज का भाव
इंदौर में सोने के भावों मे तेजी दिखाई दे रही है. इंदौर में आज 24 कैरेट सोने का दाम 47,790 है, वहीं चांदी की कीमत 66,430 है.
ग्वालियर में आज का भाव
दस ग्राम के 22 कैरेट सोने का भाव 47,780 रुपये रहा. वहीं चांदी की कीमत 66,590रुपए प्रति किलो है.
कैसे तय होती है सोने की कीमत
ज्यादातर सोने की ज्वैलरी 22 कैरेट में बनती है. इसी के आधार पर ज्वैलरी की कीमत भी तय होती है. गोल्ड ज्वैलरी की कीमत सोने की बाजार कीमत के साथ-साथ सोने की शुद्धता, मेकिंग चार्ज, सोने का वजन और जीएसटी के आधार पर तय होती है. गहने की कीमत = एक ग्राम सोने की कीमत x सोने के गहने का वजन + मेकिंग चार्ज प्रति ग्राम + जीएसटी के आधार पर निकाली जाती है. सोने की ज्वैलरी खरीदने पर इसकी कीमत और मेकिंग चार्ज पर 3 फीसदी का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) लगता है.
मिस्ड कॉल से जानें भाव
मिस्ड कॉल से जानें भाव 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड जूलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं. कुछ ही देर में एसएमएस के जरिए रेट्स मिल जाएंगे. इसके अलावा लगातार अपडेट्स की जानकारी के लिए www.ibja.co पर देख सकते हैं.
येलो गोल्ड की शुद्धता की पहचान ऐसे करें
24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है.आम तौर पर ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है. अगर आप 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया गया है. ज्वेलरी में शुद्धता को लेकर हॉलमार्क से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं, और ये निशान ज्वेलरी में होते हैं.
हॉलमार्क पर दें ध्यान
गहने खरीदते समय हॉलमार्क का विशेष ध्यान रखें.हॉलमार्किंग से इस बात की गारंटी होती है कि जो सामान दुकानदार ने ग्राहक को बेचा है, वह उतने ही कैरेट का है, जितना आभूषण पर लिखा है. हॉलमार्किंग भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत होती है.