भोपाल। एक अगस्त को मुस्लिम समाज के बड़े त्योहारों में से एक बकरीद है. बकरीद पर भी कोरोना असर देखने को मिल रहा है. कोरोना के बढ़ते मरीज को देखते हुए भोपाल में 25 जुलाई से 5 अगस्त तक लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के चलते भोपाल में इस बार बकरा मंडी भी नहीं लगी है. जिसके कारण बकरा व्यापारियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
भोपाल में अब तक 20 फीसदी के करीब ही बकरा का व्यापार देखने को मिला है. बकरा व्यापारियों का कहना है कि पिछली बार की तुलना में इस बार काफी फर्क है. 4 महीने से जो कोरोना काल चल रहा है, ऐसे में लोगों के पास जो जमा पूंजी थी वो लॉकडाउन के दौरान खत्म हो गई है. महंगे बकरे के लिए खरीददार ही नहीं मिल रहे हैं, जो बकरे खरीदने आ रहे हैं वो कम बजट के बकरे मांग रहे हैं. बकरा व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण भी लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, जिसके चलते बकरा खरीदी नहीं हो पा रही है.
पिछली बार की तुलना में रेट कम
कोरोना काल में बकरों की जो कीमत है, उसमें भी काफी गिरावट देखने को मिल रही है, जो बकरा पिछली बार 30 हजार में बिका था, उसकी कीमत इस बार 18 से 20 हजार के बीच है. लिहाजा मजबूरी में कम कीमत में पशुपालक को बकरा बेचना पड़ रहा है, क्योंकि बकरीद के सीजन में बकरा नहीं बिकेगा तो बकरे को 1 साल फिर से पालना पड़ेगा, जिससे पशुपालकों का खर्चा और बढ़ जाएगा.