भोपाल। लंबे समय के इंतजार के बाद आखिरकार जहां दो विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई तो वही दो मंत्रियों के इस्तीफे भी मंजूर हो गए हैं. दरअसल यह वो दो मंत्री हैं जो चुनाव में हारने के बाद भी मंत्री बने हुए थे. हालांकि 6 महीने के कार्यकाल पूरा होने के बाद सरकार ने दोनों के इस्तीफे को स्वीकार कर इस का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
- इमरती और दंडोतिया का इस्तीफा मंजूर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की टीम में तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इसके साथ ही इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया का इस्तीफा भी मंजूर हो गया है. सरकार ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर नोटिफिकेशन जारी कर दिया. जानकारी के अनुसार दोनों मंत्रियों का 6 महीने का कार्यकाल पूरा होने के बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. दरअसल 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में इमरती देवी सात हजार और दंडोतिया 23 हजार वोटों से हारे थे.
सिंधिया समर्थक इन दोनों नेताओं के पुनर्वास को लेकर अटकलें थी कि निगम मंडल में इनकी नियुक्तियां की जाएंगी, लेकिन अब माना जा रहा है कि निगम मंडल में नियुक्तियां निकाय चुनाव तक अटकी रहेगी. ऐसे में इन दोनों नेताओं का पुनर्वास किस तरीके से होता है यह आने वाला समय बताएगा.
- इमरती देवी को उपचुनाव में सुरेश राजे से मिली थी हार
इमरती देवी शिवराज सरकार में महिला बाल विकास मंत्री थीं. हाल ही में 28 सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव में डबरा विधानसभा क्षेत्र से अपने ही रिश्तेदार सुरेश राजे से 7000 से अधिक वोटों से हार गईं थीं. इमरती देवी डबरा विधानसभा सीट से उप चुनाव लड़ रही थीं और यह मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित सीट रही. इमरती को हराने वाले उनके ही समधी कांग्रेस के सुरेश राजे थे.
- रविंद्र सिंह तोमर से हारे थे गिर्राज दंडोतिया
मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर ने जीत दर्ज की थी. रविंद्र सिंह तोमर ने बीजेपी प्रत्याशी गिर्राज दंडोतिया को करीब 26 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया था.