भोपाल। राजधानी में डेढ़ साल की मासूम खेलते-खेलते तीसरी मंजिल की छत से गिर गई. गंभीर हालत में माता-पिता तत्काल उसे अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. फिलहाल पुलिस ने परिजनों की गुहार पर मृतिका का पोस्टमार्टम नहीं कराया.
तीसरी मंजिल से गिरी मासूम, हुई मौत
डेढ़ साल की मासूम खेलते-खेलते मां की आंखों के सामने तीसरी मंजिल की छत से गिर गई. गंभीर हालत में माता-पिता उसे अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इस मामले में शाहपुरा पुलिस के अनुसार, धनीराम यादव मारुति सहयोग कॉम्प्लेक्स में सिक्योरिटी गार्ड हैं. वे बिल्डिंग की ही तीसरी मंजिल पर बने सर्वेंट क्वार्टर में अपनी पत्नी और 3 बच्चों के साथ रहते हैं. उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब पौने तीन बजे बिल्डिंग के नीचे काम कर रहे थे. उनके साथ उनका 5 साल का बेटा भी था. ऊपर उनकी पत्नी और छोटी बेटी थी. इस दौरान पत्नी कपड़े धोने लगी, जबकि बेटी वहीं खेल रही थी. खेलते-खेलते वह रेलिंग तक पहुंच गई. अचानक वह लड़खड़ाते हुए रेलिंग से नीचे गिर गई. बदहवास हालत में माता-पिता मासूम को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, जहां 30 घंटे बाद मासूम जिंदगी की जंग हार गई.
कंस्ट्रक्शन कार्य के समय न रखें गैप
इससे पहले बजरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां 5 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी. वहीं इस मामले में पुलिस का कहना था कि कंस्ट्रक्शन कार्य में गैप रह जाता है. इसके चलते बच्चे फिसल जाते हैं और नीचे गिर जाते हैं. इसलिए इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
माता-पिता की भी होती है लापरवाही
एएसपी राजेश सिंह भदोरिया ने बताया कि कुछ माता-पिता की भी लापरवाही होती है. जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उन्हें छत पर लेकर नहीं जाना चाहिए. उनका विशेष ध्यान रखना चाहिए.