हैदराबाद।प्रथम पूज्य गजानंद महाराज घर-घर में विराजित हो गए हैं. दस दिनों तक भगवान गणेश की पूजा की जाएगी. लेकिन एकदंत की पूजा करने की भी विशेष विधी है, जिससे की भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है.
पूजा विधि
भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करने से पहले उस स्थान पर थोड़े से चावल रख दें. इसके बाद गणेश भगवान को सिंदूर, दूर्वा, घी और 21 मोदक चढ़ाएं और उनकी विधि विधान पूजा करें. ध्यान रहे कि गणेश जी की पूजा में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
10 सितंबर गणेश चतुर्थी का पंचांगः जानें गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त, दिन-रात का चौघड़िया
इन मंत्रों का उच्चारण करने से पूरी होगी मनोकामना
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।।
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।।
ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति। मेरे कर दूर क्लेश।।
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।।
आज से ETV Bharat Madhya Pradesh पर देखिए गणेश उत्सव की स्पेशल कवरेज
पूजा और पाठ के बाद गणेश जी की आरती करें
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची