भोपाल।प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश का दौर जारी है. नर्मदा और बेतवा नदी का जल स्तर एक मीटर बढ़ गया है. इसको देखते हुए निचले इलाके में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. उधर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एसडीआरएफ के साथ समीक्षा बैठक की और दो टोल फ्री नंबर जारी किए हैं.
भारी बारिश के बाद चार बांधों के खुले गेट कितना बढ़ा किस नदी का जल स्तर :- बेतवा नदी का 10 जुलाई को जल स्तर रात 8 बजे 416.10 मीटर था, जो 11 जुलाई को दोपहर 12 बजे 417.10 मीटर पहुंच गया.
- नरसिंहपुर के बरमान गेट पर नर्मदा नदी का 10 जुलाई को जल स्तर रात 8 बजे 309.17 मीटर था, जो 11 जुलाई को दोपहर 12 बजे 310.55 मीटर पहुंच गया.
- होशंगाबाद के सेठानी गेट पर नर्मदा नदी का 10 जुलाई को जल स्तर रात 8 बजे 286.85 मीटर था, जो 11 जुलाई को दोपहर 12 बजे 286.30 मीटर पहुंच गया.
- केन नदी का 10 जुलाई को जल स्तर रात 8 बजे 289.60 मीटर था, जो 11 जुलाई को दोपहर 12 बजे बढ़कर 290.15 मीटर हो गया.
डेम की सेहत सुधरने के लिए अभी और चाहिए पानी :प्रदेश में भले ही जमकर बारिश हो रही हो, लेकिन प्रदेश के डेम को भरने में अभी बहुत पानी की जरूरत है. हालांकि डेम में बारिश का पानी तेजी से पहुंचना शुरू हो गया है. इसको देखते हुए कुछ डेम के एक-दो गेट एहतियात के तौर पर खोल दिए गए, ताकि धीरे-धीरे पानी निकलता रहे और ज्यादा पानी आने पर एक साथ गेट न खोलना पड़े. उधर, मोहनपुरा डेम में लगातार बारिश का पानी के पहुंचते देख इसके 17 में से 1 गेट को सुबह 8 बजे खोल दिया गया. हालांकि अभी यह डेम खाली है. इसका फुल टैंक लेवल 398 मीटर है और अभी इसमें 389.60 मीटर पानी है. राजगढ़ के कुंडलिया मेजर प्रोजेक्ट के 11 में से एक गेट का सुबह आठ बजे खोल दिया गया. इसका फुल टैंक लेवल 400 मीटर है, जबकि इसमें अभी 388.30 मीटर पानी है. बैतूल के परोसदोह डेम के 6 गेट में से 2 को सुबह खोलकर, इसमें से 117 क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा गया. इसका फुल टैंक लेकल 639 मीटर है. पिछले 24 घंटे में इसके स्तर पर मामूली बढ़ोत्तरी हुई है. डिंडोरी के मध्यम प्रोजेक्ट बिलगांव का भी एक गेट खोला गया है.
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गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने की समीक्षा :भारी बारिश के बाद विदिशा, रायसेन, भोपाल में जलभराव की स्थिति के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा एसडीआरएफ के मुख्यालय पहुंचे और आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक की. इसके बाद दो टोल फ्री 1070 और 1079 नंबर जारी किए गए. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में 96 क्विक रिस्पांस टीम कार्य कर रही है. आपात स्थिति के लिए 19 टीमों को रिजर्व रखा गया है. सभी जिला मुख्यालयों पर इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर बनाए गए हैं. सभी जिलों में स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पोंस फोर्स की टीमें जरूरी उपकरणों के साथ मौजूद हैं. प्रदेश में बाढ़ के हालातों पर स्टेट कमांड सेंटर से भी लगातार निगरानी रखी जा रही है. बाढ़ के संभावित स्थानों को देखते हुए कुल 280 डिजास्टर रिस्पांस सेंटर का गठन किया गया है. (MP Four dams open gates after heavy rain) (SDIRF team on alert) (Toll free number released)