भोपाल। प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर जारी है. दोनों ही राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
जहां एक तरफ बीजेपी लगातार इस बात को कहती आई है कि कमलनाथ सरकार के दौरान किसानों का कर्जा माफ नहीं किया गया है, तो वहीं कांग्रेस का दावा रहा है कि लाखों किसानों का कर्ज कमलनाथ सरकार ने माफ किया है. जिसके कई बार दस्तावेज भी सार्वजनिक किए गए हैं. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कर्ज माफी को लेकर पेन ड्राइव का भी जिक्र कर चुके हैं.
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव रविवार को कृषि मंत्री कमल पटेल के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग को संबोधित किया गया था. इस दौरान उन्होंने कृषि समस्याओं और सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर बातचीत की थी. साथ ही उन्होंने सरकार के द्वारा किसानों को बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करने का भी दावा किया था.
इस दौरान उन्होंने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा था. कृषि मंत्री के बयान के बाद पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने पलटवार करते हुए कहा है कि कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस बात को स्वीकार किया है कि कमलनाथ सरकार के दौरान किसानों का कर्जा माफ हुआ है. इसके लिए धन्यवाद.
उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में कृषि मंत्री रहते हुए उन्होंने कहा था कि कर्जमाफी योजना चरणबद्ध तरीके से चल रही है और अगर आज कांग्रेस के गद्दारों ने भाजपा का साथ नहीं दिया होता तो पूरे प्रदेश के किसानों का कर्ज़माफ हो चुका होता. बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या करके हमारी किसान हितैषी सरकार को गिरा दिया. भाजपा अगर सच्ची किसान हितैषी है, तो बचे हुए किसानों को कर्जमाफी का लाभ दें.