भोपाल। विधानसभा में बुधवार को एक विधेयक पर मतविभाजन के दौरान बीजेपी के 2 विधायकों ने कांग्रेस सरकार का समर्थन कर दिया, जिसके बाद विपक्षी पार्टी में चिंता है. बीजेपी कार्यालय में देर रात तक विधायक और पूर्व मंत्रियों का तांता लगा रहा और सभी यहां पर संगठन सचिव सुहास भगत और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से इस मामले में चर्चा करते दिखाई दिए, हालांकि इस पर पूर्व मंत्री रामपाल सिंह का कहना है कि इससे बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता है, दो जाते हैं तो 4 आ भी जाते हैं.
बागी विधायकों पर बोले बीजेपी के पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, '2 जाते हैं तो 4 आते भी हैं' - सरकार संवैधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन
प्रदेश के पूर्व मंत्री रामपाल सिंह का कहना है कि आज जो कुछ भी विधानसभा में हुआ है, वह ठीक नहीं है. विपक्ष किसानों और युवाओं के मुद्दे पर बात करना चाहती है, लेकिन यह सब छोड़कर सरकार संवैधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर रही है.
प्रदेश के पूर्व मंत्री रामपाल सिंह का कहना है कि आज जो कुछ भी विधानसभा में हुआ है वह ठीक नहीं है. विधानसभा में किसानों, युवाओं और खाद-बीज के मुद्दे पर बात होनी चाहिए, लेकिन उन सब को छोड़कर सरकार संवैधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर रही है, ताकि इन चीजों का जवाब ना देना पड़े. उनका कहना है कि विधानसभा के दौरान जिस विधेयक पर चर्चा चल रही थी, उसपर विपक्ष ने पूरी तरह से पहले ही समर्थन दे दिया था. लेकिन अपनी पीठ थपथपा ने के लिए कागजों पर फर्जी हस्ताक्षर कराते हुए संख्या बल दिखाने का काम किया गया. शायद कांग्रेस प्रदेश में दिखाने का प्रयास कर रहे हैं कि सरकार को बहुमत प्राप्त है. लेकिन किसानों की और प्रदेश की जनता की समस्याओं की जब बात की जाए तो इन सभी चीजों से सरकार बचने का काम कर रही है.
रामपाल सिंह का कहना है कि कांग्रेस ने विधानसभा की परंपरा और संविधान का उल्लंघन किया है. उनके द्वारा एकतरफा कार्यवाही की गई है और किसानों के हित में किसी प्रकार का कोई निर्णय नहीं लिया गया है . बता दें कि दंड विधि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन में बीजेपी के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस के पक्ष में वोट डाला. बाद में मीडिया के सामने कहा कि हम घर लौट आए हैं. विधेयक के पक्ष में 122 वोट पड़े.