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Published : Apr 7, 2020, 2:39 PM IST

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पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने लाल बहादुर से प्रेरणा लेकर सिर्फ एक वक्त भोजन करने का संकल्प लिया

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कोरोना संकट के समय में लाल बहादुर शास्त्री से प्रेरणा लेकर अपने परिवार सहित सिर्फ एक वक्त भोजन करने का संकल्प लिया है. इसके अलावा जो भोजन बचेगा उससे गरीबों की मदद करेंगे.

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पूर्व मंत्री पीसी शर्मा

भोपाल। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रेरणा से कोरोना संकट के समय में दिन में एक वक्त ही भोजन करने का संकल्प लिया है. उनके संकल्प में उनका परिवार भी उनका साथ दे रहा है. इस तरह मंत्री शर्मा और उनका पूरा परिवार को लॉकडाउन के दौरान एक टाइम भोजन करेगा और जो भोजन बचेगा. उससे गरीब और लाचार लोगों की मदद करेगा. मंत्री ने आम और सक्षम लोगों से अपील की है कि वह भी इस तरह का संकल्प लें और लॉकडाउन में फंसे गरीब और लाचार लोगों के लिए भोजन और राशन की व्यवस्था कराएं.

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा
लाल बहादुर शास्त्री से ली है प्रेरणापूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में भारत-पाक युद्ध के समय सभी लोगों से एक दिन के उपवास का संकल्प लिया था, उससे प्रेरणा लेकर कोरोना संकट के समय में मैंने और मेरे परिवार ने संकल्प लिया है कि लॉकडाउन में हम सिर्फ एक टाइम खाना खाएंगे और जो बचा हुआ अन्न होगा, उसे गरीब और लाचार लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे. उन्होंने कहा है कि यह काम हम पहले भी कर रहे थे और लोगों को राशन-आटा, गेहूं, चावल उपलब्ध करा रहे थे लेकिन प्रतिबंधित एरिया घोषित हो जाने के कारण अब मैं यह काम नहीं कर रहा हूं. हालांकि हमने कर्मचारी भवन में एक रसोई की शुरुआत की है, जिसमें रोजाना गरीबों के खाने के लिए ढाई से तीन हजार पैकेट तैयार किए जा रहे हैं.एक वक्त भोजन करने के लिए किया निवेदन

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सभी कांग्रेसजनों और आम नागरिकों से निवेदन किया है कि लाल बहादुर शास्त्री के संकल्प की तरह सभी लोग संकल्प लें और कोरोना संकट के समय एक वक्त का भोजन करें. अपने आसपास के गरीब लोगों को बचा हुआ एक वक्त का भोजन उपलब्ध कराएं. मेरा मानना है कि भोपाल में 5-6 लाख गरीब लोग होंगे, जो रोज कमाते-खाते थे. ऐसे परिवारों के सामने संकट खड़ा हो गया है, तो उनके लिए भोजन वितरित करें. लॉकडाउन के कारण जिन लोगों के पास राशन नहीं पहुंच पा रहा हैं तो उन्हें भोजन उपलब्ध कराएं. इससे लॉकडाउन का पालन भी होगा और गरीबों को मदद भी मिलेगी.

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