भोपाल। दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी नेताओं के निलंबन का विरोध खुलकर शुरू हो गया हैं. पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने जयंत मलैया को नोटिस देना और बेटे सिद्धार्थ को सदस्यता से हटाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया हैं.
पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने पार्टी के फैसले का खुलकर विरोध किया
अभी पार्टी जयंत मलैया के जवाब का इंतजार कर रही हैं. अगर संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिला, तो मलैया को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता हैं. पार्टी नेताओं की मानें, तो केंद्रीय नेतृत्व की नजर भी दमोह उपचुनाव पर थी. खुद प्रदेश प्रभारी दमोह उपचुनाव में गए थे. जो रिपोर्ट संगठन को मिली, उसमें नेताओं ने कहा कि दमोह में सबकुछ ठीक है. इससे पार्टी भ्रम में रही और चुनाव हार गई. यही वजह है कि पार्टी ने कार्रवाई की.
जयंत मलैया को नोटिस देना और बेटे को सदस्यता से हटाना दुर्भाग्यपूर्ण: कुसुम महदेले - जयंत मलैया
दमोह उपचुनाव में मिली हार पर पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने कहा कि जयंत मलैया को नोटिस देना और बेटे सिद्धार्थ को सदस्यता से हटाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं.
जयंत मलैया
जयंत मलैया के समर्थन में उतरे बीजेपी के कई नेता
अब पार्टी की कार्रवाई को लेकर उनके नेता ही सवाल उठाने लगे हैं. पूर्व मंत्री और लोधी समाज से आने वाली कुसुम महदेले ने ट्वीट कर लिखा कि बीजेपी में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा अवमानना और निष्ठा पर असत्य लांछन लगाना शुरू हो गया हैं. जयंत मलैया को नोटिस देना और सिद्धार्थ को सदस्यता से हटाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं.