ग्वालियर। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही जीत का दम भर रही हैं, कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा देकर कमलनाथ सरकार को अल्पमत में ला दिया था, जिसके बाद खाली हुई सीटों पर उपचुनाव होना है, जिस पर जीत हासिल कर कांग्रेस बदला चुकाना चाहती है, जबकि बीजेपी इन सीटों को जीतकर सरकार को स्थिर करना चाहती है, सिंधिया समर्थक 22 पूर्व विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं बचा है, फिर भी वह बीजेपी सरकार गिराने के दावे कर रही है, जबकि उत्साह से भरपूर बीजेपी को पूरा विश्वास है कि वो उपचुनाव में सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी. इसी मुद्दे पर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने ईटीवी भारत से बातची की, पेश है कुछ अंश.
सवाल- उपचुनाव को लेकर बीजेपी की क्या तैयारियां है.
जवाब- उपचुनाव के लिए हमारी पार्टी की पूरी तैयारी है, हम सभी पूरी जिम्मेदारी के साथ सभी सीटों पर लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी.
सवाल- 24 सीटों में से 23 सीटों पर कांग्रेस काबिज थी, चुनाव में बीजेपी को कितनी मुश्किल हो सकती है.
जवाब- बीजेपी को कोई मुश्किल नहीं होगी, बल्कि कांग्रेस के लिए मुश्किल होगी क्योंकि उनके पास न कोई चेहरा है और न कोई नेता. कांग्रेस ने पहले जो चुनाव जीता था, वो ज्योतिरादित्य सिंधिया के दम पर जीता था. उपचुनाव में बीजेपी की ही जीत होगी.
सवाल- क्या बीजेपी सिंधिया को उपचुनाव में चेहरा बनाएगी.
जवाब- सिंधिया तो पहले से ही चेहरा हैं. कांग्रेस ने भी उन्हीं के दम पर चुनाव जीता था.
सवाल- ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्र में मंत्री कब तक बनाया जा सकता है.
जवाब- जब पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहेंगे वे मंत्री बन जाएंगे.
सवाल- क्या बीजेपी बाकी पूर्व मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल में शामिल करेगी.