भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कैश के लेनदेन को लेकर हो रहे खुलासों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम तो शामिल हैं ही, लेकिन सीबीडीटी की रिपोर्ट में सिंधिया समर्थक उन नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं जो पहले कांग्रेस में थे लेकिन फिर बीजेपी में शामिल हो गए. इस सूची में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम भी शामिल है. इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत की. पूर्व मंत्री ने कहा कि नाम छपने से कोई दोषी नहीं होता है.आरोप सिद्ध होने के बाद व्यक्ति मुजरिम होता है.
'मैनें सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं'
सीबीडीटी की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं. वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के आरोप को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने चुप्पी साधते हुए कहा कि यह सब जांच का विषय है.
'इंतजार का फल मीठा होता है'
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ये सीएम शिवराज सिंह चौहान का विशेष अधिकार है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात को औपचारिक बताया. मंत्री बनाए जाने के सवाल पर राजपूत मुस्कुराते नजर आए. उन्होंने कहा कि इंतजार का फल मीठा होता है.