भोपाल। सोमवार को जम्मू- कश्मीर से धारा 370 हटाने और प्रदेश को दो केंद्र शासित राज्य में विभाजित करके केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है, ये कहना है पूर्व डीजीपी अरुण गुर्टू का. मध्यप्रदेश के पूर्व डीजीपी और कश्मीरी पंडित अरुण गुर्टू ने केंद्र की मोदी सरकार के फैसले पर खुशी जताई है.
गुर्टू ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा है कि इस फैसले से हमेशा का झगड़ा खत्म हो गया. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले के बाद जम्मू कश्मीर की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. वहीं 90 के दशक में विस्थापित हुए और कैंपों में रह रहे कश्मीरियों का अब जम्मू-कश्मीर में फिर से निवास करना आसान होगा.
पूर्व डीजीपी ने मोदी सरकार की तारीफ की
अरुण गुर्टू ने कहा कि सरकार की इस निर्णय के बाद जम्मू कश्मीर की तस्वीर बदल जाएगी. उन्होंने कहा कि आने वाली एक- दो सालों में जम्मू कश्मीर में स्थिति सामान्य हो जाएगी. जम्मू कश्मीर में अब लोग निवेश के लिए भी पहुंचेगे. जिससे जम्मू कश्मीर की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और यहां रोजगार के ज्यादा अवसर भी पैदा होंगे. पूर्व डीजीपी अरुण गुर्टू के मुताबिक उनके परदादा जम्मू-कश्मीर के मूल निवासी रहे, लेकिन विवाद में जोधपुर शिफ्ट हो गए थे.
उन्होंने कहा कि जो लोग जम्मू- कश्मीर को साल 1948 के बाद छोड़कर दूसरी जगह पहुंच गए हैं. ऐसे लोग तो अब जम्मू- कश्मीर वापस नहीं जाएंगे, लेकिन 90 के दशक में जम्मू- कश्मीर से विस्थापित हुए और कैंपों में रह रहे कश्मीरियों और कश्मीरी पंडितों के लिए अब वहीं लौटना आसान होगा. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने से सीमा को लेकर आए दिन होने वाले विवाद की स्थिति में भी सुधार आएगा.