भोपाल।तो तय मानिए कि शिवराज मध्य प्रदेश को इतनी आसानी से छोड़ने वाले नहीं है. शिवराज ने एमपी में अपनी समान्तर मौजूदगी बनाए रखने एक दांव और खेल दिया है. उनका सरकारी बंगला अब केवल पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का बंगला भर नहीं है. अब वो मामा का घर है. बाकायदा बंगले का नामकरण करके ये इसे पहचान बतौर बंगले के दरवाजे पर नई प्लेट टांग दी गई है.
शिवराज का घर अब मामा का घर: पहले अपनी सोशल मीडिया प्रोफाईल पर खुद की पहचान भाई और मामा से कर चुके शिवराज ने अब अपने घर का नाम भी तय कर दिया है. अब उनका भोपाल के 74 बंगला स्थित निवास बी-8 मामा का घर कहलाएगा. ये नेमप्लेट बाकायदा बंगले के बाहर टांग दी गई है. ब्रेक के बाद फिर बहनों और माताओं के बीच पहुंचे शिवराज ने फिर दोहराया कि अभी हमारा पता है बी -8 74 बगंला. उसका नाम हमने मामा का घर रख दिया है. शिवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पूरा मध्यप्रदेश मेरा परिवार है. परिवार के रिश्ते पदों से नहीं जुड़ते ना पद छूट जाने के बाद खत्म होते हैं. इसलिए जनता अपना परिवार है.
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि भांजे भांजियों से प्यार का रिशता है. भाई बहनों से विश्वास का रिश्ता है. ये प्यार और विश्वास का रिश्ता बना रहेगा. मैं सेवा करता रहूंगा. मैं पार्टी का काम करता रहूंगा. मैं तो जहां रहूंगा मामा का घर ही प्यार का घर है. यथा शक्ति जो कर पाऊंगा करने की कोशिश करूंगा.