भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को मध्यप्रदेश दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. पूर्व सीएम ने बताया कि प्रदेश की जनता को भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए बीजेपी सरकार ने मध्यप्रदेश दिवस मनाना शुरू किया था और इस परंपरा को नई सरकार ने जारी रखा है, उसके लिए धन्यवाद. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए हम सकारात्मक सहयोग करेंगे और अगर गड़बड़ घोटाले हुए, तो हम प्रचंड विरोध करेंगे.
पूर्व सीएम शिवराज ने प्रदेशवासियों को दी मध्यप्रदेश दिवस की शुभकामनाएं मध्यप्रदेश दिवस के अवसर पर कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति पर एतराज जताया उन्होंने कहा कि नई सरकार मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश बनाने जा रही है. हम इसका विरोध करेंगे. हमारी सरकार से मांग है कि सरकार इस फैसले को रद्द करे, नहीं तो हम इसका घनघोर विरोध करेंगे.
मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश न बनाए-शिवराज मध्यप्रदेश के लिए मन में यही भाव था कि एक भावनात्मक एकता मध्यप्रदेश के हर हिस्से में हो. भारत के तो नागरिक हम हैं ही, लेकिन मध्यप्रदेश के नागरिक होने का भी हमें गर्व महसूस हो. पूरे स्नेह और आत्मीयता से अपने मध्यप्रदेश की प्रगति और और विकास के लिए काम करें. हमने गीत मध्यप्रदेश भी बनाया और मध्यप्रदेश गीत ने भी भावनात्मक एकता पैदा करने का काम किया. कमलनाथ सरकार ने भी मध्य प्रदेश दिवस की परंपरा को कायम रखा है मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं.
विकास राजनीतिक मतभेदों के ऊपर होना चाहिए
बीजेपी नेता ने कहा कि विकास राजनीतिक मतभेदों के ऊपर रहना चाहिए. मध्यप्रदेश दिवस जैसे कार्यक्रम राजनीतिक मतभेदों के ऊपर उठकर हमको मनाने चाहिए. इसलिए हमारा भी संकल्प है कि प्रदेश के विकास में बीजेपी और सभी प्रदेशवासी सकारात्मक योगदान करेंगे. मैं प्रदेश की जनता से आह्वान करता हूं कि प्रदेश की प्रगति और विकास में हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें. क्योंकि सरकार आती जाती रहती हैं, प्रदेश हमेशा रहने वाला है. इतना जरूर मैं कहता हूं कि सकारात्मक सहयोग और गड़बड़ करने पर प्रचंड विरोध, क्योंकि वह हमारा धर्म है कि अगर विकास और सरकार चलाने में गड़बड़ घोटाले होते हैं, तो हम प्रचंड विरोध करेंगे. आज मध्यप्रदेश दिवस के कार्यक्रम में हम भी हिस्सा लेंगे.
शराब नीति का करेंगे विरोध
प्रदेश में नई शराब की दुकानें ना खुलें, पुरानी दुकानें कैसे कम करें. नर्मदा तट के पास जो 5 किलोमीटर तक 78 दुकानें थी, उनको भी हमने बंद किया। हमारा प्रयास था कि धीरे-धीरे हम इसको कम करने का काम करें. लेकिन इस सरकार ने अजीब तर्क दिए है. केवल राजस्व बढ़ाने के लिए कोर एरिया में भी लाइसेंस दिए जाएंगे. जितनी देशी-विदेशी मदिरा की दुकानें हैं, उनमें अहाते और बार शॉप खोले जाएंगे.