भोपाल। गुना में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के मामले में दलित परिवार की पिटाई को लेकर आज कांग्रेस ने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन जताया. इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल हुए और उन्होंने सत्ताधारी दल भाजपा पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि कि बीजेपी की विचारधारा बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान के खिलाफ है. गुना के मामले की उन्हें पूरी जानकारी है. क्योंकि मामला उनके गृह जिले का है. इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि पप्पू पारदी और मेरे संबंध की जांच होनी चाहिए. तो मैं जांच के लिए तैयार हूं. इस जांच का जिम्मा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सौंप देना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है. हमारी लड़ाई उस विचारधारा से है, जो बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को नहीं मानती है .हमारी लड़ाई उस विचारधारा से है, जिसने पिछले दरवाजे से आरक्षण के खिलाफ आंदोलन कराया.
हमारी लड़ाई उस विचारधारा से है, जिसने आजादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया. हमारी लड़ाई उस विचारधारा से है, जिसने 2 अप्रैल 2018 को दलितों का बुरी तरीके से दमन किया. उनके ऊपर हजारों की संख्या में केस लादे. मैं धन्यवाद देता हूं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को, जिन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर दलितों पर दर्ज किए गए केस वापस लेने का काम किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मेरे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग है. जिसमें महिला कह रही है, मैं जनपद अध्यक्ष थी और भाजपा की विधायक जिला परिषद की अध्यक्ष थी. उनके पति के फरार आरोपी मोहर सिंह से संपर्क थे, जो अभी भी फरार है. जिन्होंने आदिवासी का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर आईपीएस की नौकरी हासिल की है और सरकार उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं कर रही है. उनसे संपर्क वाला व्यक्ति अभी भी फरार है और महिला का कहना है कि आरोपी के भाजपा विधायक के पति से संपर्क थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई इसी विचारधारा के खिलाफ है और हम गरीबों और दलितों की विचारधारा की पार्टी हैं.