भोपाल।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मजदूरों की दुर्दशा को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश का कोई भी मंत्री अभी तक बेबस लाचार मजदूरों की सुध लेने नहीं पहुंचा है. सारे जिम्मेदार नदारद हैं और सारे निर्देश हवा हवाई साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा है कि आज प्रदेश की सारी सीमाएं प्रमुख मार्ग मजदूरों से भरे पड़े हैं. भूखे प्यासे मजदूर अपने बच्चों को गोद में लिए बुजुर्गों को कंधों पर बिठाकर पैरों में छाले लिए नंगे पैर हजारों की संख्या में अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं.
मजबूर मजदूरों पर एमपी में सियासत भरपूर, कमलनाथ ने सरकार पर खड़े किए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मजदूरों की परेशानी को देखते हुए शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा की जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहे हैं. मजदूरों की कोई मदद नहीं कर रहा है.
परेशान मजदूर पैदल, मालवाहक वाहन में और ऑटो जैसे अन्य साधनों से आ रहे हैं. जिन से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. सरकार की तरफ से ना मजदूरों के लिए खाने पीने और ना ही ठहरने का इंतजाम किया गया है. भीषण गर्मी और सड़क दुर्घटनाओं में मजदूरों की मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. सरकार सिर्फ झूठे आंकड़े देकर मजदूरों के प्रति झूठी हमदर्दी दिखा रही है और जमीनी धरातल पर कोई व्यवस्था नहीं है.
सरकार पर बरसे कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश का कोई भी मंत्री अभी तक मजदूरों की सुध लेने नहीं पहुंचा. सभी जिम्मेदार नदारद, सारे निर्देश हवा-हवाई. प्रदेश की सीमाएं , प्रमुख मार्ग अभी भी भरे पड़े हैं आने-जाने वाले मजदूरों से. भूखे-प्यासे, अपने मासूम बच्चों को गोद में लिए, बुजुर्गों को कंधे पर बैठाकर , पैरों में छाले लिए नंगे पैर आज भी हजारों मजदूर अपनी मंजिल की ओर आ जा रहे हैं.
कोई पैदल, कोई मालवाहक वाहन में , कोई ऑटो से , कोई अन्य साधन से , गरीब मजदूरों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. सरकार की तरफ से भोजन, खाने-पीने , रहने-ठहरने और साधन का कोई इंतजाम नहीं है. भीषण गर्मी और सड़क दुर्घटनाओं में मौतों का सिलसिला जारी है. बेपरवाह सरकार सिर्फ झूठे आंकड़े देकर इन मजदूरों को लेकर हमदर्दी दिखा रही है. जमीनी धरातल पर कोई व्यवस्था नहीं है.