भोपाल।साल 2020 ने जाते-जाते राजधानीवासियों को पांच बड़ी सौगाते दी हैं. इन सभी सौगातों का इंतजार लंबे समय से भोपालवासियों को था. इन सभी प्रोजेक्टों के जरिए अब शहर की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से निजात मिलेगा, क्योंकि इन पांच में तीन प्रोजेक्ट सड़क और ओवरब्रिज से जुड़े हुए हैं. इन पांचों प्रोजेक्ट में स्मार्ट रोड, आर्च ब्रिज, स्मार्ट पार्क, बुलवड स्ट्रीट और सदर मंजिल शामिल हैं.
जानें क्या है इन प्रोजेक्टस की खासियत
- आर्च ब्रिज
भोपाल के नए और पुराने शहर के ट्रैफिक दबाव को कम करने के मकसद से आर्च ब्रिज बनाया गया है. 39.80 करोड़ की लागत से बने रानी कमलापति आर्च ब्रिज की सौगात भोपाल को मिली है. यह ब्रिज गिन्नौरी को कमलापति विसर्जन घाट होते हुए बीआरटीएस(BRTS) कॉरिडोर से जोड़ेगा. ब्रिज का काम 2 साल की देरी से चल रहा था. आर्च ब्रिज की डेडलाइन 2016 से 2018 तक रखी गई थी, लेकिन पैसों की कमी और विरोध के चलते तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.
आर्च ब्रिज की खासियत
ब्रिज का कुल वजन 30 हजार मीट्रिक टन है. ब्रिज 12 हजार मैट्रिक टन लोड सहन कर सकता है.
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- स्मार्ट रोड
स्मार्ट सिटी कंपनी के पेन सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश की पहली स्मार्ट रोड भारत माता चौराहा से पॉलीटेक्निक चौराहा तक बनाई गई है. सड़क की कुल लंबाई 2.2 किमी है. इसकी लागत 43 करोड़ रुपए है. इसके अलावा दो मीटर की यूटीलिटी डक्ट बनाई गई है. सीसीटीवी, स्मार्ट पोल, साइकिल ट्रैक व फुटपाथ भी बनाया गया है. ये रोड बाकी रोड से बिल्कुल अलग है.
स्मार्ट रोड की खासियत
- वाईफाई के साथ ही सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर की ग्रीन स्पेस एरिया है.
- ग्रीनस्पेस एरिया में 20 पौधे लगाए गए हैं.
- हाई टेंशन लाइन, लो टेंशन लाइन, सेंट्रल वर्ज में लगाई गई स्ट्रीट लाइट की सप्लाई लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. अब तक तीनों ही लाइन ओपन थीं, जिससे सड़क किनारे तारों का जाल दिखाई देता था. ये अब नहीं दिखेगा.
- स्मार्ट रोड पर लगी स्ट्रीट लाइट रिमोट कंट्रोल होगी. यानि रोड पर स्ट्रीट लाइट जलाने और बंद करने के लिए स्विच ऑन ऑफ नहीं करना होगा.
- शहर के किसी भी इलाके में ट्रैफिक जाम होने और इमरजेंसी में ट्रैफिक डायवर्जन की जानकारी स्मार्ट पोल पर लगे अनाउंसमेंट सिस्टम से मिलेगी.
- स्मार्टफोन पर कैमरे लगाए गए हैं, जो रोड के ट्रैफिक की निगरानी करेंगे.
- टेलीकॉम कंपनी केबल बिछाने के लिए सड़क की खुदाई नहीं करेगी. इसके लिए सड़क के दोनों ओर ढाई - ढाई मीटर चौड़ी यूटिलिटी डक्ट बनाई गई है, जो डेढ़ मीटर गहरी है.
- सड़क के दोनों ओर बारिश के पानी की निकासी के लिए स्ट्रॉन्ग ड्रेनेज वॉटर टनल बनाया गया है. इससे बारिश का पानी सड़क पर जमा नहीं होगा.
- स्मार्ट रोड पर 24 घंटे ट्रैफिक की निगरानी कैमरे से की जाएगी. इसके लिए सड़क के बीचों-बीच बनाए गए सेंट्रल वर्ज पर स्मार्ट पोल लगाए गए हैं. इन पोल्स पर कैमरे लगाए गए हैं. कैमरों का कंट्रोल रुम गोविंदपुरा स्थित स्मार्ट सिटी कंपनी ऑफिस में बनाया गया है.