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2020 के अंत में राजधानी को मिली कई सौगातें

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Published : Dec 30, 2020, 10:15 PM IST

29 दिसंबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपालवासियों को कई बड़ी सौगातें दी हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत पांच बड़ी सौगातों का मंगलवार को लोकार्पण हुआ है.

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राजधानी को मिली कई सौगातें

भोपाल।साल 2020 ने जाते-जाते राजधानीवासियों को पांच बड़ी सौगाते दी हैं. इन सभी सौगातों का इंतजार लंबे समय से भोपालवासियों को था. इन सभी प्रोजेक्टों के जरिए अब शहर की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से निजात मिलेगा, क्योंकि इन पांच में तीन प्रोजेक्ट सड़क और ओवरब्रिज से जुड़े हुए हैं. इन पांचों प्रोजेक्ट में स्मार्ट रोड, आर्च ब्रिज, स्मार्ट पार्क, बुलवड स्ट्रीट और सदर मंजिल शामिल हैं.

राजधानी को मिली कई सौगातें

जानें क्या है इन प्रोजेक्टस की खासियत

  • आर्च ब्रिज

भोपाल के नए और पुराने शहर के ट्रैफिक दबाव को कम करने के मकसद से आर्च ब्रिज बनाया गया है. 39.80 करोड़ की लागत से बने रानी कमलापति आर्च ब्रिज की सौगात भोपाल को मिली है. यह ब्रिज गिन्नौरी को कमलापति विसर्जन घाट होते हुए बीआरटीएस(BRTS) कॉरिडोर से जोड़ेगा. ब्रिज का काम 2 साल की देरी से चल रहा था. आर्च ब्रिज की डेडलाइन 2016 से 2018 तक रखी गई थी, लेकिन पैसों की कमी और विरोध के चलते तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका.

आर्च ब्रिज की खासियत

ब्रिज का कुल वजन 30 हजार मीट्रिक टन है. ब्रिज 12 हजार मैट्रिक टन लोड सहन कर सकता है.

पढ़ें- भोपाल को सीएम शिवराज ने दीं पांच बड़ी सौगातें

  • स्मार्ट रोड

स्मार्ट सिटी कंपनी के पेन सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश की पहली स्मार्ट रोड भारत माता चौराहा से पॉलीटेक्निक चौराहा तक बनाई गई है. सड़क की कुल लंबाई 2.2 किमी है. इसकी लागत 43 करोड़ रुपए है. इसके अलावा दो मीटर की यूटीलिटी डक्ट बनाई गई है. सीसीटीवी, स्मार्ट पोल, साइकिल ट्रैक व फुटपाथ भी बनाया गया है. ये रोड बाकी रोड से बिल्कुल अलग है.

स्मार्ट रोड की खासियत

  1. वाईफाई के साथ ही सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर की ग्रीन स्पेस एरिया है.
  2. ग्रीनस्पेस एरिया में 20 पौधे लगाए गए हैं.
  3. हाई टेंशन लाइन, लो टेंशन लाइन, सेंट्रल वर्ज में लगाई गई स्ट्रीट लाइट की सप्लाई लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. अब तक तीनों ही लाइन ओपन थीं, जिससे सड़क किनारे तारों का जाल दिखाई देता था. ये अब नहीं दिखेगा.
  4. स्मार्ट रोड पर लगी स्ट्रीट लाइट रिमोट कंट्रोल होगी. यानि रोड पर स्ट्रीट लाइट जलाने और बंद करने के लिए स्विच ऑन ऑफ नहीं करना होगा.
  5. शहर के किसी भी इलाके में ट्रैफिक जाम होने और इमरजेंसी में ट्रैफिक डायवर्जन की जानकारी स्मार्ट पोल पर लगे अनाउंसमेंट सिस्टम से मिलेगी.
  6. स्मार्टफोन पर कैमरे लगाए गए हैं, जो रोड के ट्रैफिक की निगरानी करेंगे.
  7. टेलीकॉम कंपनी केबल बिछाने के लिए सड़क की खुदाई नहीं करेगी. इसके लिए सड़क के दोनों ओर ढाई - ढाई मीटर चौड़ी यूटिलिटी डक्ट बनाई गई है, जो डेढ़ मीटर गहरी है.
  8. सड़क के दोनों ओर बारिश के पानी की निकासी के लिए स्ट्रॉन्ग ड्रेनेज वॉटर टनल बनाया गया है. इससे बारिश का पानी सड़क पर जमा नहीं होगा.
  9. स्मार्ट रोड पर 24 घंटे ट्रैफिक की निगरानी कैमरे से की जाएगी. इसके लिए सड़क के बीचों-बीच बनाए गए सेंट्रल वर्ज पर स्मार्ट पोल लगाए गए हैं. इन पोल्स पर कैमरे लगाए गए हैं. कैमरों का कंट्रोल रुम गोविंदपुरा स्थित स्मार्ट सिटी कंपनी ऑफिस में बनाया गया है.

पढ़ें-हंगामे के बीच MP की पहली स्मार्ट रोड का लोकार्पण

ब्लू वर्ल्ड स्ट्रीट रोड

यह रोड भी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत ही तैयार की गई है. जो 10 किलोमीटर लंबी प्लेटिनम प्लाजा से जवाहर चौक तक रहेगी. रोड 45 मीटर चौड़ी है. यह शहर की सबसे चौड़ी सड़क होगी. सड़क पर अगर किसी तरह की कोई केबल बिछाना होगी, तो उसके लिए सड़क पर कोई खुदाई नहीं होगी. इसके लिए यूटिलिटी डक्ट बनाया गया है. जो 8 मीटर लंबा और 4 मीटर चौड़ा है. चार्ज पॉइंट और फ्री वाई-फाई की सुविधा भी रहेगी. इसकी लागत 35 करोड़ है. स्मार्ट सिटी ने प्रोजेक्ट के जरिए 100 करोड़ कमाने की प्लानिंग की गई है. रोड के आसपास की जमीन को स्मार्ट सिटी मल्टीनेशनल कंपनी को बेचा जाएगा.

स्मार्ट पार्क

भारत माता चौराहा से पॉलीटेक्निक चौराहा स्थित स्मार्ट रोड के पास लगभग 7 करोड़ रुपए की लागत से 11 एकड़ में स्मार्ट पार्क बनाया गया है. पार्क में पहुंचने के लिए 3.6 मीटर चौड़ा पाथवे बनाया है. पार्क के लगभग 24 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में सिटी फॉरेस्ट और साढ़े चार हजार वर्गमीटर का क्षेत्र पार्किंग बनाई गई है.

सदर मंजिल

किसी समय जर्जर रहे सदर मंजिल को रिनोवेट कराया गया है. सदर मंजिल के रिनोवेशन पर 10 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. जल्द ही इसके उपयोग के लिए ऑफर बुलाए जाएंगे. यानी इसे कन्वेंशन सेंटर और होटल की तरह उपयोग किया जाएगा. सदर मंजिल के एक हिस्से में भोपाल पर केंद्रित म्यूजियम भी बना है.

देर से ही सही लेकिन नए साल तक स्मार्ट सिटी की तरफ से शहरवासियों को अलग-अलग तरह की सौगात मिल गई हैं, जो काफी खास हैं.

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