भोपाल। कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे डॉक्टर से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं. जिसको देखते हुए अब प्रशासन ने फिट हेल्थ वर्कर अभियान की शुरुआत की है. यह अभियान 23 अक्टूबर तक चलाया जाएगा.
फिट हेल्थ वर्कर अभियान की हुई शुरुआत, 23 अक्टूबर तक होगी स्वास्थ्य कर्मचारियों की जांच - फिट हेल्थ वर्कर अभियान
कोरोना काल में सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. जिसको लेकर 23 अक्टूबर तक फिट हेल्थ वर्कर अभियान चलाया जाएगा. अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और उन्हें उपचार दिया जाएगा.
फिट हेल्थ वर्कर अभियान के तहत समस्त स्वास्थ्य संस्थाएं, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पीएचसी, यूपीएचसी उप स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी, विशेषज्ञ, चिकित्सक, नर्स, लैब टेक्नीशियन, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बीमारियों की पहचान और उपचार के लिए स्क्रीनिंग की जाएगी. जिसमें रक्तचाप, डायबिटीज, सर्वाइकल, कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और ओरल कैंसर आदि सम्मिलित किया गया है.
संभागायुक्त कवींद्र कियावत ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी परिस्थिति में स्वास्थ्य संस्थाओं पर आयोजन के समय भीड़ एकत्रित ना हो.
- कोविड-19 रोकथाम के लिए मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना अनिवार्य है.
- स्वास्थ्य संस्थाओं पर पदस्थ कर्मचारियों की स्क्रीनिंग उनकी स्वास्थ्य संस्थाओं पर ही की जाएगी.
- मैदानी स्तर पर कार्यरत एएनएम, एमपीडब्ल्यू आशा, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका की स्क्रीनिंग पास के ही स्वास्थ्य संस्थाओं पर की जाएगी.
- समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं पर औषधि सामग्री आवश्यक उपकरणों और संसाधनों की उपलब्धता की जिम्मेदारी संस्था प्रभारी का होगी.
- स्वास्थ्य संस्थाओं पर किए जाने वाले समस्त परीक्षण और जांच की एंट्री एएनएम, एमपीडब्ल्यू के द्वारा एनसीडी ऐप पर करना आवश्यक है.
- थर्मल स्क्रीनिंग के बाद संभावित प्रकरणों की जांच और उपचार की जानकारी को एनसीडी पोर्टल पर दर्ज करने की पूरी जवाबदारी स्वास्थ्य संस्था के चिकित्सा अधिकारी की होगी.
- समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं पर की गई जांच और उपचार की रिपोर्ट को एनसीडी और एनसीडी पोर्टल पर दर्ज होने की सघन निगरानी की जिम्मेदारी जिला प्रबंधक एवं जिला एमएंडई ऑफिसर की होगी.