भोपाल।प्रदेश सरकार वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही है. ऐसी स्थिति में कमलनाथ सरकार के सामने एक प्रस्ताव रखा गया है कि, नए पदों पर भर्ती ना कर नियमित कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल से बढ़ाकर 63 साल कर दी जाए. हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी कमलनाथ सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है. लेकिन प्रदेश के युवा बेरोजगार इस प्रस्ताव के विरोध में उतर आए हैं. बेरोजगार सेना ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर इस प्रस्ताव पर नाराजगी जताई है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ से सेवानिवृत्ति आयु 62 की जगह 58 साल करने की मांग की है. पिछले 1 साल से कई मदों में कटौती करने के बाद भी सरकार अपनी योजनाओं के संचालन के लिए पैसा नहीं जुटा पा रही है. ऐसी स्थिति में सरकार के सामने प्रस्ताव रखा गया है कि, नई भर्ती ना करके पहले से कार्यरत कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल से बढ़ाकर 63 साल कर दी जाए. जिससे करीब 1 साल तक सरकार पर नई भर्ती करने के लिए आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा. इन परिस्थितियों को लेकर बेरोजगार सेना के राष्ट्रीय प्रमुख अक्षय हुंका ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है.