भोपाल।प्रदेश में बुधवार को बिजली बिल और खाद की कमी (fertilizer crisis in mp) का मुद्दा विधानसभा में गूंजा. कांग्रेस विधायकों ने यह मुद्दा ध्यानाकर्षण में उठाया. कांग्रेस के सीनियर विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह और सतीश सिकरवार ने कहा कि प्रदेश में खाद की कमी है. इसकी वजह से बड़ी संख्या में किसान बुवाई भी नहीं कर सके हैं. उधर, पीसी शर्मा ने ध्यानाकर्षण में कहा कि बिजली के नाम पर सरकार लोगों से मनमर्जी बिल वसूल रही है. उधर, सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने सदन से वाकआउट किया.
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने उठाया सवाल
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि भोपाल की झुग्गी, झोपड़ी एवं अन्य क्षेत्र में बिजली के बिल हजारों एवं लाखों में दिए जा रहे हैं, जबकि रहवासियों की इतनी बिजली की खपत (power consumption issue in mp winter session) नहीं है. कोरोना काल में सरकार ने घोषणा की थी कि बिजली के बिल माफ कर दिए जाएंगे, लेकिन वर्तमान में घोषणा का पालन नहीं हो रहा है. बिजली के बिलों की यूनिट दर भी ज्यादा है, जिसे कम करना चाहिए.
बिजली के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने दिया जवाब
इसके जवाब में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि 100 यूनिट तक की बिजली उपभोक्ताओं को सिर्फ 100 रुपये के बिल दिए जा रहे हैं. इसी तरह 150 यूनिट खपत वाले उपभोक्ताओं को सिर्फ 379 रुपये का बिल दिया जा रहा है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बिजली के बिल माफ किए जाने की कोई घोषणा नहीं की गई. बल्कि कोरोनावायरस को देखते हुए बिलों की वसूली को स्थगित किया गया था. बकाया वसूली के लिए राज्य सरकार द्वारा समाधान योजना लागू की गई है. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाया कि मनमर्जी से वसूली की जा रही है.