मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

OLX पर समान खरीदना पड़ा भारी, 30,000 रुपये की ठगी - bhopal police

भोपाल में में धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. युवक ने ओएलएक्स के माध्यम से सामान खरीदना चाहा. ओएलएक्स के माध्यम से आरोपी से जब चैट की गईं तो आरोपी ने अपने आपको सीआईएसएफ का अधिकारी बताया और वाहन बेचने की बात कही. इसके बाद पीड़ित के अकाउंट से तीस हजार रुपये कट गए.

police station
पुलिस स्टेशन

By

Published : Jun 11, 2021, 6:32 PM IST

भोपाल। बागसेवनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत एक आर्मी मेन बनकर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. युवक ने ओएलएक्स के माध्यम से सामान खरीदना चाहा. ओएलएक्स के माध्यम से आरोपी से जब चैट की गईं तो आरोपी ने अपने आपको सीआईएसएफ का अधिकारी बताया और वाहन बेचने की बात कही. इसके बाद पीड़ित के अकाउंट से तीस हजार रुपये कट गए.

ओएलएक्स पर देखा था पीड़ित ने समान
पीड़ित को सेकंड हैंड वाहन चाहिए था. वह ओएलएक्स के माध्यम से सेकंड हैंड वाहन खरीदना चाह रहा था, जिसके चलते उसने ओएलएक्स पर सर्च किया. इस दौरान उसे एक अच्छा वाहन दिखाई दिया. जब उसने वाहन अपलोड करने वाले से बातचीत की तो उसने कहा कि यह वाहन की कीमत 30,000 रुपये है. आरोपी ने अपना परिचय सीआईएसएफ अधिकारी के रूप में बताया. इसके बाद आरोपी ने कहा कि वह लिंक भेजेगा उस पर क्यूआर कोड आएगा, उसे स्कैन कर लेंगे तो उसके घर वाहन आ जाएगा. और उसे उसके पैसे मिल जाएंगे. इससे दोनों का समय बचेगा.

30,000 रुपये की ठगी
पीड़ित आरोपी के झांसे में आ गया. उसने जैसे ही कोड स्कैन किया और ओटीपी डाला तो उसके एकाउंट से 30,000 रुपये कट गए. पीड़ित को लगा कि अब गाड़ी उसके घर आ जाएगी. परंतु जब कई दिनों तक गाड़ी नहीं आई तो उसे पता चला कि वह ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुका है. इसके बाद उसने पुलिस को आवेदन दिया. पुलिस ने आवेदन की जांच पर मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है.

Online Fraud: OTP पूछकर 28 बार में रिटायर्ड अधिकारी के खाते से उड़ाए 10.40 लाख

पुलिस कई बार जारी कर चुकी है एडवाइजरी
पुलिस अधिकारी एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि इस तरह की धोखाधड़ी के मामले पुराने हो चुके हैं. उसके बावजूद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं. कई बार इन मामलों को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुके हैं. समय-समय पर लोगों के पास मैसेज भी साइबर विभाग से जाते रहते हैं, फिर भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं. हालांकि हमारे पास जैसे ही ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आते हैं. हम तुरंत एफआईआर दर्ज करते हैं और मामले की जांच में जुट जाते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details