भोपाल। एक तरफ प्रदेश के गृहमंत्री मध्यप्रदेश में जहरीली शराब से हो रही मौतों की वजह कम शराब दुकान बता रहे हैं. वे शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने की पैरवी कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री इस फैसले पर विचार करने की बात कह रहे हैं, जबकिआबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि शराब दुकान की संख्या बढ़ाए जाने को लेकर अटकलें चल रही हैं, अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. लिहाजा शराब दुकान बढ़ाए जाने के फैसले पर सरकार खुद एक नहीं है. वहीं मुरैना जहरीली शराब से हुई मौतों पर आबकारी मंत्री ने कहा कि किसी भी भू माफिया को बख्शा नहीं जाएगा.
मुरैना घटना को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं मंत्री
मुरैना में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों को लेकर गृहमंत्री जहां शराब दुकान की संख्या कम होने के कारण अवैध शराब और जहरीली शराब के व्यापार के पनपने की बात कर रहे हैं. इस तरह वे गृह विभाग यानि पुलिस को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और सलाह दे रहे हैं कि अगर अवैध शराब माफिया पर अंकुश लगाना है,तो शराब दुकानों की संख्या बढ़ाना पड़ेगी. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस मामले में साफ कर चुके हैं कि शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. कुल मिलाकर यह माना जा रहा है कि मुरैना घटना को लेकर आबकारी विभाग और गृह विभाग में तनातनी चल रही है.
शराब दुकान की संख्या बढ़ाने को लेकर चल रही हैं अटकलें
आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि मुख्यमंत्री ने जो कहा है, सही कहा है. अभी आबकारी नीति पर विचार विमर्श और मंथन चल रहा है. अभी कोई नीति फाइनल नहीं हुई है, शराब की दुकान बढ़ाना है कि नहीं बढ़ाना है इस पर विचार नहीं हुआ है. यह सारी अटकलें चल रही है.
मुरैना के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा