भोपाल। सत्र की अवधि और तारीख तय करने के लिए विधानसभा सचिवालय ने राज्यपाल सचिवालय को प्रस्ताव भेजा है. जहां से अनुमति के बाद सत्र की अधिसूचना जारी की जाएगी. सत्र में सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर 16वीं विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाएंगे. इसके बाद विधायकों को सदन की कार्रवाई में भाग लेने की पात्रता होगी. इसके बाद सत्ता पक्ष स्पीकर के चयन का प्रस्ताव सदन में रखेगा. स्पीकर के चयन के बाद प्रोटेम स्पीकर की भूमिका अपने आप समाप्त हो जाएगी.
विधायकों की 2 दिन शपथ :प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस सत्र में विधायकों की शपथ होगी. इसके बाद वह विधानसभा की कार्रवाई में हिस्सा ले सकेंगे. 2 दिन विधायकों की शपथ चलेगी, इसके बाद विधायक विधानसभा अध्यक्ष को चुनेंगे. सरकार को लगता है कि इस सत्र में जो फैसले लिए हैं, उनको पारित करना है तो बाकी तारीखों में विधेयक पास किए जा सकते हैं. जब गोपाल भार्गव से पूछा गया कि बीजेपी में जिस तरह से सीएम पद को लेकर फैसले लिए जा रहे है, उसे किस तरह से देखते हैं. इस पर गोपाल भार्गव का कहना है कि बीजेपी इसी वजह से सबसे अलग पार्टी है.
कैबिनेट के फैसलों का स्वागत :उनका कहना है कि बीजेपी में छोटे से छोटे कार्यकर्ता को भी शीर्ष पद पर बैठा दिया जाता है, जहां की वह कल्पना भी नहीं कर सकता. जब पूछा गया कि गोपाल भार्गव को लोग किस भूमिका में देखेंगे. इस पर कहा कि यह फैसला हमारे नेतृत्व को करना है. जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे सहर्ष स्वीकार करूंगा. जिस तरह से नए सीएम बनते ही डॉ. मोहन यादव ने फैसले लिए उसको देखकर कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार सनातन की तरफ बढ़ चली है, इस पर भार्गव का कहना है कि जो हमारी संस्कृति है, उसको देखते हुए फैसले लिए जा रहे हैं तो वह स्वागत योग्य है. कांग्रेस बेवजह मुद्दों को तूल देती है.