भोपाल। कमलनाथ सरकार के पहले बजट से मध्यप्रदेश के कर्मचारी वर्ग ने निराशा जाताई है. कर्मचारियों ने कहा कि बजट में केवल कोरी घोषणाएं की गई हैं. जिसमें केवल अंकों का मायाजाल बुना गया है. इस बजट में सरकार ने जो भी घोषणाएं की है, उसका भार केवल कर्मचारियों पर ही पड़ेगा.
कमलनाथ सरकार के पहले बजट से कर्मचारियों में नाराजगी कर्मचारियों ने कहा कि उनके लिए कुछ ऐसा नहीं किया गया, जिससे उन्हें लाभ मिल सके. कर्मचारियों ने कहा कि कमलनाथ सरकार के पहले ही बजट में निराशा हाथ लगी है. इस बजट के जरिए केवल जनता को ठगा गया है. कर्मचारियों के हित के लिए बजट में कोई कदम नहीं उठाया गया है. पेट्रोल-डीजल पर सेस बढ़ने से महंगाई अभी और भी बढ़ेगी. जिसका बोझ सीधे तौर पर आम जनता पर पड़ेगा.
कर्मचारियों ने कहा कि इस बजट में रोजगार के लिए कोई उचित प्रावधान नहीं किया गया है. इनके पास रोजगार के आंकड़े नहीं हैं. जो जनता के सामने पेश किए जा सकें. कर्मचारी वर्ग का कहना है कहा कि उन्हें इस बजट से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन सरकार उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी है. हर सरकार उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है. लिहाजा, अब कर्मचारी वर्ग शासन के लिए किसी प्रकार का कोई फंड नहीं देगा.
मध्यप्रदेश में जब भी कर्मचारियों की बात आती है, सरकार हमेशा हाथ ऊपर कर देती है. उनको किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी जाती है. इस बजट में मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ और वित्त मंत्री तरुण भनोत ने केवल कर्मचारियों को ठगने का काम किया है. बजट में कर्मचारियों के लिए ऐसा कुछ नहीं किया गया, जिससे उन्हें लाभ मिले. हर सरकार रोजगार महिला सुरक्षा की बात करती है, पर अभी तक किसी भी सरकार ने अच्छा परिमाण नहीं दिया.