भोपाल। चुनाव आयोग ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस भेजा है. आयोग ने कैलाश विजयवर्गीय को चुन्नु-मुन्नु वाले बयान पर नोटिस भेजा है. आयोग ने 48 घंटे के अंदर विजयवर्गीय से जवाब मांगा है. सूबे की सियासत इन दिनों उपचुनाव के सियासी रंग में रंगी है. दोनों दलों के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं और जुबानी तीर चला रहे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया था. विजयवर्गीय ने इन दोनों नेताओं को चुन्नू-मुन्नु की जोड़ी बताया है, अब इस मामले में चुनाव आयोग सख्त हो गया है. विजयवर्गीय को चुनाव आयोग ने 48 घंटे में जवाब देने को कहा है.
विजयवर्गीय ने दिग्विजय-कमलनाथ को बताया 'चुन्नू-मुन्नू' की जोड़ी
'आइटम' शब्द पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ से किया सवाल
चुनाव आयोग ने कमलनाथ को हिदायत दी है कि आचार संहिता के दौरान इस तरीके के शब्दों का उपयोग नहीं करना चाहिए. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी को आइटम कहने पर इलेक्शन कमीशन द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दिया था. कमलनाथ के जवाब को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि आइटम शब्द संसदीय है.अब कमलनाथ के जवाब पर चुनाव आयोग ने कहा कि आपको आचार संहिता के दौरान इन शब्दों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. बता दें जनता को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने इमरती देवी पर बोलते हुए कहा था कि आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं, आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, वह क्या आइटम है.
कमलनाथ ने दिया चुनाव आयोग को जवाब, कांग्रेस ने कहा 'आइटम' संसदीय शब्द
सज्जन सिंह वर्मा को भी चुनाव आयोग का नोटिस
इसके साथ ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. चुनाव आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा से भी जवाब मांगा है. चुनाव आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा को आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में ये नोटिस भेजा है.