भोपाल| शहीद भवन में चल रहे बाल मन नाट्य समारोह के अंतिम दिन 4 नाट्कों की प्रस्तुति दी गई. सघन सोसायटी फॉर कल्चरल एवं वेलफेयर, भोपाल एवं संस्कृति संचालनालय मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से बाल मन नाट्य समारोह का आयोजन किया गया है. इस दो दिवसीय नाट्य समारोह में बच्चों ने अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया. वहीं समारोह के आखिरी दिन बुजुर्गों ने भी अपने नाटक की प्रस्तुति दी.
वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों ने मनवाया अपने अभिनय का लोहा, दी शानदार नाटक की प्रस्तुति
शहीद भवन में चल रहे बाल मन नाट्य समारोह के आखिरी दिन बुजुर्गों ने अपने नाटक की प्रस्तुति दी. उन्होंने इसे लेकर अपने अनुभव साझा किए.
नाटक 'हम सब एक हैं' में बताया गया कि भले ही भारत देश में अलग-अलग धर्मों के लोग निवास करते हों, लेकिन जब तिरंगे झंडे के नीचे सब एक साथ जमा होते हैं, तो सभी इसी ध्वज के आगे सब अपना मस्तक झुकाते हैं. यही एकता भारत को दुनिया के अन्य देशों से अलग बनाती है. इस नाटक में बताया गया कि यहां हर धर्म के त्योहारों को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. देश में रहने वाले विभिन्न धर्मों के लोग अपने ईश्वर की पूजा अलग-अलग माध्यम और अलग विधि से करते हैं, लेकिन सबका मालिक केवल एक ही है.
बाल मन नाट्य समारोह के आखिरी दिन नाटक "हम सब एक हैं" की प्रस्तुति दी गई. हेमंत योगी द्वारा लिखित नाटक का निर्देशन मुकुल त्रिपाठी ने किया. बुजुर्गों ने बताया कि वे पिछले 15 दिनों से निर्देशक मुकुल त्रिपाठी के निर्देशन में इस नाटक की तैयारी कर रहे थे. उन्हें इस तरह का नाटक करना और अभिनय करना बेहद पसंद है और इससे उन्हें बेहद खुशी मिलती है.
बुजुर्गों ने बताया कि इस तरह एक बड़े मंच पर अपने ऐक्टिंग के माध्यम से लोगों के सामने आना और नाटक की प्रस्तुति देना सचमुच में बड़ा कठिन काम है, लेकिन उन्हें ऐसा करके बहुत अच्छा लगा.