भोपाल। विपक्ष के तमाम विरोध के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने कुपोषण का दाग मिटाने और आंगनबाड़ियों में अंडे बांटने की तैयारी कर ली है. विभाग पहले चरण में प्रदेश के 89 आदिवासी बाहुल्य विकास खंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों से शुरुआत करने जा रहा है. इन केंद्रों में हफ्ते में 3 दिन बच्चों को एक अंडा दिए जाने की तैयारी है. इस पर हर साल करीब 130 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इमरती देवी के मुताबिक किसी को भी अंडा जबरदस्ती नहीं खिलाया जाएगा जो बच्चे अंडा नहीं खाते हैं उन्हें सरकार फल देने पर विचार कर रही है.
विभागीय मंत्री के मुताबिक विभाग ने फैसला दूसरे राज्यों में कुपोषित बच्चों को अंडे दिए जाने के बाद के परिणामों का अध्ययन करने के बाद ही लिया है. उनके मुताबिक ऐसे कई राज्य हैं जहां कुपोषण से निपटने के लिए बच्चों को अंडे दिए गए और जिसके अच्छे परिणाम सामने आए. यहां तक कि महाराष्ट्र में भी कुपोषित बच्चों को अंडे दिए जाते हैं.