भोपाल। किल कोरोना अभियान के तहत अब आईआईटीटी की रणनीति के साथ घर-घर सर्वे किया जा रहा हैं. आईआईटीटी का मतलब आइडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की रणनीति के तहत कोरोना मरीजों की पहचान करना हैं. उन्हें तत्काल आइसोलेट करना हैं, ताकि अन्य लोग उनके संपर्क में न आ जाए.
अभी भी आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने में समय लग रहा है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति संक्रमित है, तो उससे अन्य लोगों को भी संक्रमण का खतरा बना रहता हैं. इसलिए किल कोरोना अभियान के तहत टेस्ट सहित इलाज की व्यवस्था कराई जा रही हैं.
प्रशासनिक टीम कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं. इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सर्वे किया जा रहा हैं. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग का अमला कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सभी आवश्यक प्रबंध प्राथमिकता के आधार पर कर रहा हैं. इसी के चलते अब राजधानी में आईआईटीटी की रणनीति के तहत कोविड के नियंत्रण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नौ मई तक किल कोरोना अभियान संचालित किया जा रहा हैं. इसका उद्देश्य संभावित संक्रमित और कोरोना संक्रमित मरीजों को समुदाय से अलग कर संक्रमण की चेन को तोड़ना हैं.