भोपाल। पुलिस परामर्श केंद्र में इस साल लगभग 500 से अधिक मामले इस तरह की घरेलू समस्या को लेकर आए हैं. पत्नियों ने पति पर आरोप लगाए हैं. लेकिन आय नहीं बढ़ने के कारण पति भी मजबूर हैं. अभी जो मामले पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आए हैं, उन दंपतियों की काउंसलिंग के दौरान महिलाओं ने घर के बजट को लेकर काउंसलर के सामने अपनी दिक्कतें बताईं. वहीं पतियों ने भी काउंसलर के सामने अपना पक्ष रखा. पत्नियों का कहना है कि पुरुष उतने ही पैसे घर में देते हैं, जितना 2 वर्ष पहले देते थे. सामान्य रूप से तीन से चार सदस्यों के परिवार का पहले राशन करीब 2500 सौ में आ जाता था. अब वही राशन 4500रुपए के आसपास आ रहा है.
हर चीज के रेट बढ़े, कैसे चलाएं घर :महिलाओं का कहना है कि गैस सिलेंडर, दूध और खाद्य तेल की कीमतें भी बढ़ गई हैं. स्कूल की फीस तो ज्यादा नहीं बढ़ी परंतु ट्यूशन फीस व स्कूल बस का किराया दोगुना हो गया है. मकान का किराया बढ़ गया है. बिजली बिल की दरें भी बढ़ गई हैं. इन हालातों में अब घर चलाने में दिक्कत आ रही है. वहीं पुरुषों का कहना है कि वे वेतन का अधिकांश हिस्सा पत्नी को दे देते हैं. सारी स्थिति पता होने पर भी पत्नी फरमाइश करती है. ऐसे में और रुपए कहां से लाएं. पुरुषों का कहना है कि स्कूल बस का किराया बढ़ने पर बच्चों को स्कूल छोड़ने का प्रयास करते हैं पर पेट्रोल और डीजल महंगा होने से दो बार चक्कर लगाने पर खर्चा उतना ही आ जाता है.