भोपाल।मध्य प्रदेश में घर बैठे लर्निंग लाइसेंस बनवाने की ऑनलाइन प्रक्रिया में आवेदकों को परेशानी आ रही है. आवेदकों की मानें तो ऑनलाइन आवेदन करने पर कई बार उनके खाते से फीस के पैसे कट जाने के बाद भी ओटोपी नहीं आता था. ऐसा इसलिए हो रहा था क्योंकि लोग ऑनलाइन प्रक्रिया को पूरी तरह से समझ नहीं पा रहे थे. जिसकी वजह से गलती के कारण उनके पैसे कट रहे थे और आवेदक को दिक्कत हो रही थी.
इसको देखते हुए परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनाने वाली वेबसाइड पर एक सुचना जारी की है. इसमें लाइसेंस बनवाने वालों को सुचित किया गया है कि जिस नंबर से आधार कार्ड रजिस्टर्ड है उसी मोबाइल नंबर पर ओटीपी बुलवाए.
ऑनलाइन आवेदनों में भी हो रही थी दलाली
लर्निंग लाइसेंस के लिए हो रहे ऑनलाइन आवेदनों में 20 प्रश्न पुछे जाते थे. जिनमें से आवेदकों को 12 प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य होता था. इस प्रक्रिया में भी ऐजेंड दलाली करते थे. प्रक्रिया में ऐजेंट खुद प्रश्न का उत्तर देकर लाइसेंस का आवेदन पूरा कर देते थे.
इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए परिवहन विभाग ने नियमों को थोड़ा सख्त कर दिया है. अब ऑनलाइन आवेदन के दौरान आवेदक के अलावा कोई अन्य व्यक्ति कैमरे में दिखाई देता है, तो लाइसेंस अपने आप निरस्त हो जाएगा.
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2,800 लोग नहीं दे पाए प्रश्नों का सही उत्तर
1 अगस्त से लागू इस व्यवस्था में प्रदेश भर में काफी लोग ऑनलाइन सवालों के सही जवाब नहीं दे पाए, क्योंकि लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया निर्धारित है. इस प्रक्रिया को पूरा करने पर ही लाइसेंस प्राप्त होता है. लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को यातायात नियमों से जुड़े 20 प्रश्नों के जवाब देने होते हैं. इन 20 प्रश्नों में से में 12 प्रश्नों का उत्तर सही देने पर ही आवेदक को लर्निंग लाइसेंस प्राप्त होता है. प्रदेश में लागू नई व्यवस्था में 2800 लोगों ने प्रश्नों के सही उत्तर नहीं दिए हैं. आवेदकों की इसी कमजोरी का फायदा उठाकर आरटीओ एजेंट मनमानी कर रहे थे.