भोपाल(Bhopal)।इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवोल्यूशन की रिपोर्ट में अगस्त और सितंबर के बीच में देशभर में कोरोना की तीसरी लहर पीक टाइम पर होगी.तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार भी तैयार है.प्रदेश में 6 जिले ऐसे हैं जिन्हें रेड जोन में रखा गया है.वहीं ऑरेंज जिलों में शिवपुरी ,छिंदवाड़ा राजगढ़ और हरदा शामिल है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (vishwas sarang) का कहना है की तीसरी लहर (third wave in mp) को रोकने में वैक्सीनेशन और टेस्टिंग ही एक बड़ा उपाय है.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग तीसरी लहर को लेकर रेड जोन में बांटे गए जिले
भारत में अभी कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी ही पड़ी है. तीसरी लहर को लेकर कयास लगने लगे हैं. इस बात की संभावना जताई जाने लगी है कि अगस्त तक इस महामारी की तीसरी लहर आ सकती है. जो कि सितंबर तक अपने चरम पर पहुंच जाएगी. इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवोल्यूशन की रिपोर्ट में सबसे आवाजाही वाले राज्यों के जिलों को शामिल किया गया है. जिन्हें रेड ,ऑरेंज और ग्रीन की श्रेणी में डिवाइड किया गया है. इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के भी 6 ऐसे जिले हैं जिन्हें रेड जोन में रखा गया है.
कोरोना की तीसरी लहर पर डॉक्टर की राय
तीसरी लहर को लेकर मध्य प्रदेश सरकार पहले से ही तैयारी की बात कह रही है. इधर मध्य प्रदेश राज्य स्तरीय कोरोना परामर्शदात्री समिति के सलाहकार डॉक्टर एसपी दुबे का कहना है कि जिस तरह से संभावना जताई जा रही है उसके लिए लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. दुबे के अनुसार जब दूसरी लहर आई थी तब हम पहले से उतने अलर्ट नहीं थे और इस दौरान भी लोगों ने कई भयावह स्थिति देखी. लेकिन बाद में फिर भी कई जगह सिचुएशन संभल गई. ऐसे में तीसरी लहर के लिए हम पहले से ही तैयार है तो हो सकता है तीसरी लहर में ज्यादा परेशानी ना हो. लेकिन यह सिर्फ संभावना है. दुबे के अनुसार इसकी रोकथाम के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन कराना चाहिए.
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सरकार ने तीसरी लहर को लेकर बनाई रणनीति
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी तीसरी लहर को लेकर सरकार का पक्ष रखते हैं. विश्वास कहते हैं कि सरकार ने तीसरी लहर को लेकर बहुत समय से ही रणनीति बनाना शुरू कर दिया था. अतिरिक्त बेड , वार्डो और अस्पतालों के साथ ही तमाम व्यवस्थाएं की गई है. लेकिन आने वाले दिनों में इस रिपोर्ट के बाद से ही हम टेस्टिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं और देते रहेंगे. मध्यप्रदेश में रोजाना 65 से 70000 लोगों की टेस्टिंग हो रही है. विश्वास ने जन जागरूकता अभियान पर भी सरकार के फोकस की बात कही है. सारंग का कहना है कि जन जागरूकता के माध्यम से ही जिलों में लोगों के बीच फैलती इस बीमारी को रोका जा सकता है.
ऑरेंज और रेड जोन में बांटे गए जिले
रिपोर्ट में मध्यप्रदेश के जिन 10 जिलों को शामिल किया गया है, उसमें ऑरेंज जिलों में शिवपुरी ,छिंदवाड़ा राजगढ़ और हरदा शामिल है.जबकि रेड जोन में सिवनी , बुरहानपुर ,शाजापुर, भिंड, दमोह और आगर मालवा है. इन जिलों में लोगों की आवाजाही ज्यादा है.ऐसे में इन जिलों में नियंत्रण लगाने की आवश्यकता है.फिलहाल तो सरकार अपनी तरफ से हर तरह के दावे कर रही है. लेकिन लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या और लोगों में मास्क ना पहनने की आदत इस ओर इशारा करती है कि आने वाला समय भयावह हो सकता है.