भोपाल। कोरोना के बीच मानसून की दस्तक ने मध्य प्रदेश सरकार की मुसीबत को और बढ़ा दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक इस बार बारिश पिछले साल की तरह होगी. जाहिर है इस बार भी बारिश में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं. इसको देखते हुए राज्य शासन ने सभी जिलों को एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं.
गृह विभाग ने सभी कलेक्टरों और जिलों में आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों से कहा है कि, इन परिस्थितियों को देखते हुए जिला स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाए. गृह विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों के साथ पंचायत विभाग, ऊर्जा जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अलावा सभी रेंज के आईजी और डीजी होमगार्ड को दिशा निर्देश जारी किए हैं. 15 जून तक इसको लेकर तमाम तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं.
गृह विभाग ने निम्न बिंदुओं पर डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं.
- जिले की बाढ़ जोखिम मानचित्र, प्रभावित ग्राम और प्रभावित होने वाले पुल पुलिया आदि के बाढ़ संभावित क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए.
- जिला ब्लाक और स्थानीय स्तर पर रिस्पांस टीम और आपदा प्रबंधन समिति का गठन करने के निर्देश दिए हैं.
- जिला स्तर पर बाढ़ प्रबंधन के लिए नोडल विभाग और नोडल अधिकारियों का निर्धारण किया जाए.
- नोडल अधिकारी आईएमडी केंद्रीय जल आयोग और अन्य सहायक एजेंसियों से संपर्क स्थापित कर अलर्ट जारी करेंगे.
- नोडल अधिकारी मौसम विभाग से हर आधे घंटे में भारी बारिश और थंडर स्टॉर्म की जानकारी कलेक्टर, आयुक्त राहत, आयुक्त बाढ़ कंट्रोल रूम को देंगे.
- बचाव कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जन जागृति कार्यक्रम आयोजित जाएं.