भोपाल| प्रदेश में होने वाले 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले कोई भी राजनीतिक दल अपने विपक्षी पर हमला करने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहता है. एक तरफ प्रदेश सरकार मंत्रिमंडल को लेकर असमंजस में फंसी हुई है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने का काम कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि, 'अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर किसानों की मूंग समर्थन मूल्य पर बिकवाएं, नहीं तो किसान उन्हें माफ नहीं करेगा, क्योंकि इसी क्षेत्र से छोटे-छोटे किसानों के वोट से शिवराज सिंह चौहान 5 बार विधायक बने हैं'.
सीएम शिवराज पर दिग्विजय का निशाना, कहा- अपने विधानसभा में समर्थन मूल्य पर बिकवाएं मूंग
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से उन्होंने सीएम से मांग की है कि, 'अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर किसानों की मूंग समर्थन मूल्य पर बिकवाएं, नहीं तो किसान उन्हें माफ नहीं करेगा'
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि, 'प्रदेश में मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी अब तक सरकार शुरू नहीं कर सकी है, यही स्थिति मक्का उत्पादक किसानों का भी है. मंडियों में समर्थन मूल्य से आधे दामों पर किसान अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं. केंद्र सरकार ने बड़े जोर- शोर से मूंग और मक्का के समर्थन मूल्य घोषित किए थे, किसानों ने बड़ी आशा के साथ फसलें लगाकर अच्छा उत्पादन किया था. प्रदेश के किसानों का दुर्भाग्य है कि, खुद को को किसान पुत्र कहलाने वाले मुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में गरीब किसानों को मूंग और मक्का का समर्थन मूल्य नहीं दिलवा पा रहे हैं'.
राज्यसभा सांसद ने लिखा है कि, प्रदेश के मालवा निमाड़ से लेकर महाकौशल तक मक्के की खेती की जाती है, इसमें से अधिकांश किसान आदिवासी वर्ग के हैं. आप किसान हितैषी बनने की बातें बहुत कर रहे हैं, लेकिन किसानों का शोषण रोकने कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने सीएम से निवेदन किया है कि, आप अपनी बातों की जगह नसरुल्लागंज मंडी जाइए और जिन छोटे-छोटे किसानों के वोट से पांच बार विधायक बने हैं, उनकी मूंग सात हजार रुपए क्विंटल और मक्का सत्रह सौ रुपए क्विंटल में बिकवाने का काम करें, नहीं तो प्रदेश का किसान आपको कभी माफ नहीं करेगा, क्योंकि यही मूंग मक्का गत वर्ष कमलनाथ सरकार के समय समर्थन मूल्य पर किसानों द्वारा बेचा गया था'.