भोपाल। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले 11 दिन से हो रहे दिल्ली में किसान आंदोलन को राजनीतिक दलों का भी भारी समर्थन मिल रहा है. इसी बीच 8 दिसंबर को आयोजित हो रहे 'भारत बंद'को कांग्रेस ने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है. राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किसानों के समर्थन में 'भारत बंद'को सफल बनाने की अपील की है.
राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह 'मोदी जी तत्काल तीनों बिल वापस लीजिए'
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पूरे देश के किसान आंदोलित हैं. भाजपा सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी तीनों कानूनों का विरोध हो रहा है. बड़े-बड़े कारपोरेट एग्रीकल्चर कम्युनिटी मार्केट जो कि भारत में करीब 12 लाख से 15 लाख करोड़ का है. उसमें उनके प्रवेश की प्राथमिकता है. बिना चर्चा, बिना समर्थन के पीएम मोदी ने इन तीनों काले कानूनों को लोकसभा में पारित करा दिया. अध्यादेश लेकर आए किसानों से चर्चा तक नहीं की. अब जो चर्चा हो रही है, तो उस समय कर लेते. सिलेक्ट कमेटी बना दी होती.आज समस्या का समाधान करना है, तो मोदी जी से मेरा आग्रह है कि अपनी जिद छोड़िए अपना अहम और अहंकार छोड़िए. तत्काल तीनों बिल वापस लीजिए.
किसान आंदलोन सफल बनाने की अपील
दिग्विजय ने कहा कि मोदी जी सेलेक्ट और ज्वाइंट कमेटी का गठन करके जितने भी किसान संगठन हैं. उन से चर्चा करके इसका तत्काल निराकरण करिए. नहीं तो यह आगे और बढ़ेगा. किसानों के साथ अन्याय कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. 8 तारीख को भारत बंद है. 'मैं सभी व्यापारी,किसान,मजदूरों, कर्मचारी, डॉक्टर, वकील हर वर्ग के लोगों और युवाओं से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि जो आपको अन्न देता है, भोजन देता है,उसके साथ खड़े रहिए और इन तीनों काले कानूनों विरोध करिए'.
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किसानों पर अत्याचार कर रही मोदी सरकार
वहीं एमपी कांग्रेस द्वारा जारी किए गए समर्थन पत्र में कहा गया है कि किसान विरोधी कानून को वापस लेने के लिए पूरे देश का किसान दिल्ली में पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहा है. अन्नदाता किसान अपना अधिकार मांग रहा है और मोदी सरकार उन्हें घाव देने में जुटी है. ठंड के मौसम में वाटर केनन चलवा कर और पुलिस के जवानों से लाठियां बरसा रही है. हमारे अन्नदाता किसानों की लड़ाई संसद के अंदर और बाहर इन तीन कृषि कानून के खिलाफ लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी सबसे आगे रही है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में हमारे किसान सम्मेलन, हस्ताक्षर अभियान और ट्रैक्टर रैलियों ने जन विरोधी कानूनों के खिलाफ एक जन आंदोलन बनाने में सफल रही है. इस किसान विरोधी कानून के खिलाफ कांग्रेस पार्टी अपनी लड़ाई जारी रखेगी और किसान यूनियन संगठनों द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है. उसे कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है.
एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल के निर्देशानुसार सभी से आग्रह है कि दिनांक 8 दिसंबर को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर अन्नदाता किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार कृषि विरोधी कानून को वापस लेने के लिए भारत बंद को सफल एवं प्रभावी बनाये.