भोपाल। कर्नाटक चुनाव को लेकर तेज हुई सियासत की आंच मध्यप्रदेश तक आ रही है. कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में सरकार बनने पर पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने की बात कही है. इसको लेकर कमलनाथ ने बयान दिया है कि जो संगठन नफरत फैलाएं, उन्हें बैन कर देना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट कह रहा है और पूरा प्रदेश कह रहा है कि जो नफरत फैलाए, विवाद कराए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उधर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने तो साल 2000 में सिमी और बजरंग दल दोनों पर प्रतिबंध करने के लिए केन्द्र को प्रस्ताव भेजा था. वहीं दिग्विजय सिंह ने पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने के सवाल पर सिंधिया से पूछने की बात कही है. उधर कमलनाथ से सीएम शिवराज ने जवाब मांगा है.
दिग्विजय सिंह ने किया ट्वीट:बजरंग दल को बैन करने को लेकर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि मैंने तो साल 2000 में ही सिमी और बजरंग दल दोनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन तत्कालीन केन्द्र में बीजेपी सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया. मेरा दुर्भाग्य है कि मेरी बात को समझने और स्वीकार करने में लोगों को समय लगता है. प्रभु कृपा से अभी तक तो मेरी कही बात सच निकलती रही है. प्रभु से यही प्रार्थना है, ऐसी ही कृपा मुझ पर सदैव बनी रहे.