दस्तक अभियान में इस बार होगा डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर का उपयोग, आसानी से होगी बच्चों की स्क्रीनिंग
दस्तक अभियान में इस बार कुपोषण और एनीमिया से पीड़ित बच्चों की जांच के लिए डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे बच्चों की स्क्रीनिंग ज्यादा आसानी से हो सकेगी.
भोपाल। प्रदेश के बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की जांच के लिए चलाए जाने वाले दस्तक अभियान को स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बड़े स्तर पर चलाने की योजना बना रहा है. अब जांच के लिए डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि बच्चों में एनीमिया की स्क्रीनिंग आसानी से और जल्दी हो सके.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उप संचालक डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने बताया कि इस बार हमारी कोशिश है कि इस साल दस्तक अभियान के तहत 5 साल से कम उम्र के बच्चों में हीमोग्लोबिन की स्क्रीनिंग उन्नत उपकरण से की जाए. पिछली बार अभियान में WHO कलर स्केल का उपयोग किया गया था, वहीं इस बार इसे और बेहतर बनाने के लिए हीमोग्लोबिन मीटर का इस्तेमाल होगा.