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Published : Nov 10, 2021, 2:04 PM IST

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कोराेना पाबंदी हटने से डेस्टिनेशन वेडिंग 20% से 30% बढ़ने की आस

14 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. इसी दिन से लग्न की शुरुआत होगी, जो 13 दिसंबर तक रहेंगे. इस दौरान 12 दिन विवाह के मुहूर्त हैं. इसके बाद अगले साल जनवरी-फरवरी में भी कई मुहूर्त हैं. दरअसल, अगले एक महीने में ही देशभर में 25 लाख छोटी-बड़ी शादियां होने का अनुमान है.

marriage on devuthani
देवउठनी पर शादी

भोपाल।इस दिवाली ने देशभर में छाए कोरोना के अंधकार को दूर कर दिया है. बाजारों में भी रौनक छाई है. कारोबार का यह उल्लास त्योहार के बाद भी बरकरार रहेगा. दरअसल, अगले एक महीने में ही देशभर में 25 लाख छोटी-बड़ी शादियां होने का अनुमान है. इनसे बाजार में 3 लाख करोड़ रुपए आने की उम्मीद है. दिवाली के बाद बन रहे शगुन को कारोबारी बड़े बोनस के रूप में देख रहे हैं.

14 नवंबर से होगी लग्न की शुरुआत
14 नवंबर को देवउठनी एकादशी (Devouthan Ekadashi 2021) है. इसी दिन से लग्न की शुरुआत होगी, जो 13 दिसंबर तक रहेंगे. इस दौरान 12 दिन विवाह के मुहूर्त हैं. इसके बाद अगले साल जनवरी-फरवरी में भी कई मुहूर्त हैं. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया कहते हैं कि इस साल दिवाली पर जोरदार कारोबार से उत्साहित कारोबारी शादी की बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं. सिर्फ दिल्ली में ही 1.5 लाख शादियां होंगी. इससे 50 हजार करोड़ का कारोबार होगा. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा कि शादियों में दो साल से सुस्त पड़ी मांग निकलेगी. फसलें भी अच्छी हैं. इससे गांवों में भी ज्यादा शादियां होने के आसार हैं.

सोने पर सुहागा, 65% रिटेल खरीदी शादी में होती है, 40% खरीदी 2 महीने में होगी
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन आशीष पेठे के मुताबिक, इस साल कोरोना नियंत्रित रहने से त्योहारी उत्साह चरम पर रहा. इस साल अक्टूबर-नवंबर में साल की 40% खरीदी होने की संभावना है. वहीं वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, सोने की रिटेल खरीदी में शादियों की हिस्सेदारी 60 से 65% तक होती है. अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने से भारत में जुलाई-सितंबर तिमाही में सोने की मांग 47% बढ़कर 139.1 टन रही. 2020 में यह 94.6 टन रही थी. शादियों के चलते यह मांग अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में बढ़ने की उम्मीद है.

वेडिंग कारोबार में 25 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना
ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल का कहना है कि कोविड के चलते इस साल गर्मी में होने वाले शादियां टाल दी गई थीं, इसलिए नवंबर-दिसंबर में देशभर में बड़े पैमाने पर शादियां होंगी. इससे करीब 15 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलेगा. वहीं अगले चार महीने के दौरान वेडिंग कारोबार 4.5 लाख करोड़ रुपये के पार होने की संभावना है, जो कोविड पूर्व से 25% ज्यादा होगा. राजस्थान में दिसंबर तक सभी 13,000 गार्डन बुक हो चुके हैं. फरवरी तक 10,000 होटल और रिसॉर्ट में 90% बुकिंग हो चुकी है. इससे वेडिंग से जुड़े 20 से ज्यादा क्षेत्रों को सीधा फायदा होगा.

शादियाें के बजट का अनुमान

कितनी शादियां औसत बजट
5 लाख 2 लाख रुपये
5 लाख 5 लाख
10 लाख 10 लाख
4 लाख 25 लाख
50 हजार 50 लाख
50 हजार 1 करोड़

स्रोत:कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स

15 करोड़ लोगों को रोजगार
कोरोना के बाद पाबंदी हटने से डेस्टिनेशन वेडिंग 20% से 30% बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि लोग देश में शादी को तरजीह दे रहे हैं. दूसरी तरफ होटल में शादी की लागत प्री-कोविड के मुकाबले 25 से 30% तक बढ़ गई है. एम्पायर इवेंट्स के विक्रम मेहता कहते हैं कि कोरोना के पहले के मुकाबले शादी 25% तक महंगी हो गई हैं.

यह होंगे शुभ विवाह मुहूर्त

2021

नवंबर: 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30

दिसंबर: 1, 2, 6, 7, 11, 13

2022

जनवरी: 15, 20, 23, 24, 27, 28, 29, 30

फरवरी: 5, 6, 11, 12, 18, 19, 22

मार्च: 4

अप्रैल: 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 28, 29

मई: 2, 3, 9, 10, 11, 12, 13, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 31

जून: 1, 8, 9, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 21, 22

जुलाई: 3, 4, 5, 6, 8, 9, 10

30 साल बाद बन रहा ऐसा योग

धर्मशास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु चार महीने बाद योग निद्रा से जागेंगे, इसलिए देवउठनी एकादशी से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी. पंचागों के अनुसार 2021 में देवप्रोबधिनी एकादशी के बाद नवंबर माह में पांच और दिसंबर माह में चार दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे. 25-30 साल बाद ऐसा योग बन रहा है. जब एक महीने में तीन एकादशी तिथि रहेंगी. 1 नवंबर को रमा एकादशी है, 30 नवंबर को कृष्ण पक्ष की एकादशी है और 14 दिसंबर को देवोत्थान एकादशी पड़ रही है.

देवउठनी ग्यारस की क्या है मान्यता

कहते हैं कि जब भगवान विष्णु का शयनकाल खत्म होता है, तब से सनातन धर्म में शुभ कार्यों की शुरूआत हो जाती है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठानी एकादशी Devouthan Ekadashi के नाम से जाना जाता है. चतुर्मास के दौरान भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) चार महीने के शयन काल पर होते हैं, जो कि देव उठानी एकादशी के दिन जागते हैं. इस दिन माता तुलसी का विवाह शालीग्राम के साथ संपन्न करवाया जाता है. इसी दिन से शादी-ब्याह और शुभ कार्यों की शुरुआत होती है.

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