भोपाल।लगता है प्रदेश के कई विधायकों की डिजिटल गवर्नेंस का हिस्सा बनने में रुचि नहीं है. यही वजह है कि लैपटॉप ट्रेनिंग और कंप्यूटर ऑपरेटर की सुविधाएं मिलने के बाद भी माननीय विधानसभा के लिए ऑनलाइन सवाल पूछने में रुचि नहीं दिखाते. नौ अगस्त से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र के लिए विधायकों ने करीब 1200 सवाल लगाए हैं, इसमें से 138 विधायकों ने करीब 700 सवाल ऑफलाइन ही पूछे हैं, जबकि सरकार इस बार डिजिटल बजट पेश कर डिजिटल गवर्नेंस का संदेश दे चुकी है.
9 अगस्त से शुरू होना है विधानसभा सत्र
विधानसभा का मानसून सत्र 9 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. 4 दिन की सत्र के लिए विधायकों ने 1184 सवाल लगाए हैं. इसमें से 618 तारांकित और 566 सवाल अतारांकित हैं. अपने क्षेत्र की समस्या सदन में उठाने के लिए 195 विधायकों ने यह सवाल लगाए हैं. सवाल लगाने वाले विधायकों में से सिर्फ 57 विधायकों ने ही ऑनलाइन सवाल पूछे हैं, जबकि बाकी 138 विधायकों ने लिखकर अपने सवाल विधानसभा सचिवालय भेजे हैं. इन विधायकों ने करीब 700 सवाल ऑफलाइन पूछे हैं. सिर्फ 484 सवाल ही ऑनलाइन पूछे गए हैं.
माननीय को हाईटेक बनाने के लिए दिए गए लैपटॉप
प्रदेश के माननीय हाईटेक रह सकें, इसके लिए कोरोना की वजह से पैदा हुई कड़की के बीच विधायकों को 50-50 हजार की राशि लैपटॉप के लिए जारी की गई थी, जिससे विधायक ऑनलाइन काम कर सकें. इसके अलावा विधायकों को कंप्यूटर भत्ता दिया जाता है. साल 2012 में कंप्यूटर भत्ता 10 हजार रुपये था, जो 2016 में बढ़ाकर 15000 रुपये किया जा चुका है.