मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

घूस काण्ड में फंसे डिप्टी लेबर कमिश्नर सस्पेंड, बिचौलिया गिरफ्तार - action against deputy labor commissioner

एक लाख रुपये घूस लेने के आरोप में फंसे डिप्टी लेबर कमिश्नर एसएस दीक्षित को विभाग ने सस्पेंड कर दिया है.

ballabh bhawan
बल्लभ भवन

By

Published : Jun 21, 2020, 3:19 PM IST

भोपाल। रिश्वत के मामले में श्रम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्टी लेबर कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, एक लाख रुपए रिश्वत कांड में फंसे डिप्टी लेबर कमिश्नर एसएस दीक्षित मध्यप्रदेश सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में सचिव पर पदस्थ थे. श्रम विभाग ने एसएस दीक्षित को रिश्वत की मांग करने की जानकारी मिलने और मंडल में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतें मिलने की जांच की वजह से निलंबित किया है. निलंबन अवधि में उनका श्रमायुक्त कार्यालय इंदौर मुख्यालय रहेगा. आईएएस छोटे सिंह को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है, जिसके आदेश शासन की ओर से जारी कर दिए गए हैं.

आरोपी मेडिएटर को किया गिरफ्तार

डिप्टी लेबर कमिश्नर के लिए एक लाख की रिश्वत लेने वाले बिचौलिए को लोकायुक्त पुलिस ने 19 जून यानि शुक्रवार की शाम डीबी सिटी के पास से गिरफ्तार किया था, जो एक फर्म के संचालक से लाखों रुपये की मांग कर रहा था. लोकायुक्त पुलिस ने बिचौलिए सहित डिप्टी लेबर कमिश्नर सचिव को भी आरोपी बनाया है.

ये है पूरा मामला

मुंबई में रहने वाले गौरव शर्मा ने भोपाल लोकायुक्त से शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी फर्म के पास श्रमोदय विद्यालय बेटमा इंदौर की मेस का ठेका है, जिसमें करीब 800 बच्चों का हॉस्टल चलता है. मेस के लिए 15 लाख रुपये के बिल का भुगतान किया जाना था, जिसको लेकर गौरव शर्मा ने डिप्टी कमिश्नर से बात की थी. गौरव शर्मा ने आरोप लगाया है कि डिप्टी कमिश्नर ने 15 लाख रुपए के बिल का भुगतान करने के लिए बिचौलिए के माध्यम से डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. रिश्वत नहीं देने पर पैसे रोकने की धमकी भी दी थी.

आरोपी डिप्टी लेबर कमिश्नर एसएस दीक्षित को किया निलंबित

लोकायुक्त पुलिस के कहने पर फरियादी गौरव शर्मा ने रिश्वत की पहली किस्त के तौर पर एक लाख रुपए देने के लिए बिचौलिए विपुल शर्मा को क्राइम ब्रांच थाने के पास बुलाया था, जब विपुल पैसे लेने पहुंचा तो पहले से घेराबंदी कर बैठी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने रिश्वत लेते हुए बिचौलिए को रंगे हाथ दबोच लिया था. लोकायुक्त ने बिचौलिए के साथ ही डिप्टी कमिश्नर को भी आरोपी बनाया है. यहीं वजह है कि एसएस दीक्षित को सस्पेंड कर उनका कार्यभार उप सचिव छोटे सिंह को सौंपा गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details