भोपाल। अपने मानदेय में हुई कटौती को लेकर भोपाल जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और अपनी मांगों का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन की भोपाल महासचिव हाजरा काज़मी ने बताया कि सरकार ने हमारे बढ़े हुए मानदेय में असंवैधानिक तरीके से जो कटौती की है उसको तुरंत वापस लें और बढ़े हुए मानदेय के साथ साढ़े 11 हज़ार रूपये की राशि जुलाई माह से देने की मांग की है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदेश सरकार केंद्र की तरफ से मिलने वाले 15 सौ रुपए भी नहीं दे रही है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतनमान में राज्य सरकार ने 5 हजार रुपए की बढ़ोतरी 1 जून से लागू की थी, तथा बढ़ोतरी सहित मानदेय मिल भी रहा था. परंतु प्रदेश की वर्तमान सरकार ने 27 जून को एक संशोधित आदेश जारी कर मिल रहे मानदेय में 1500 रुपए की गैरकानूनी कटौती कर दी गई है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि 'सरकार ने जिस तरीके से कटौती की है, ऐसे तो सरकार कभी भी कटौती कर लेंगी, क्योंकि हमारे विभाग में वेतनमान को लेकर कोई नियम ही नहीं है'. राज्य सरकार जल्द से जल्द हमारा कटा हुआ मानदेय वापस लौटाएं नहीं तो हम सब मिलकर पूरे प्रदेश में लामबंद हड़ताल करेंगे. प्रदेश में वैसे भी कुपोषण बढ़ा हुआ है यदि अब हमारी हड़ताल से स्थिति बिगड़ती है तो इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी.