भोपाल।राजधानी भोपाल में कोरोना महामारी के चलते कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. इस कर्फ्यू में पूरे शहर को बंद कर दिया गया, लेकिन भेल (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) को बंद नहीं किया गया. जिसके चलते भाजपा की क्षेत्रीय विधायक विधायक कृष्णा गौर भेल प्रबंधन से नाराज हो गई है. पूर्व में भी उन्होंने प्रबंधन और भोपाल कलेक्टर को पत्र लिख कर कारखाने को कुछ समय के लिए बंद करने की मांग की थी. लेकिन भेल नहीं बंद हो हुआ.
- कोरोना के कई कर्मचारियों की मौत
राजधानी में कोरोना संक्रमण के चलते बिगड़े हुए हालात में भोपाल के अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले भेल का मुख्य केंद्र बना हुआ है, लेकिन वहां के कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु के बाद स्थानीय विधायक कृष्णा गौर भेल प्रशासन और प्रबंधन से खासी नाराज हैं. अपनी नाराजगी के चलते उन्होंने भोपाल कलेक्टर और भेल प्रबंधन को पत्र लिखकर कल से धरने पर बैठने की अनुमति मांगी है. हालांकि इस कोरोना काल में उद्योगों, कारखानों के साथ ही जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है, लेकिन इन उद्योगों में काम करने वाले लोग भी कोरोना से संक्रमित हो रहे है. उनकी मृत्यु भी हो रही है. बताया जाता है कि भेल में 100 से अधिक कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है और लगभग 550 लोग कोरोना के संक्रमण से लड़ रहे है.