भोपाल। कोरोना काल में हर जागरूक व्यक्ति खुद ही डाक्टर बन गया है. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. कोई आयुर्वेदिक नुस्खा अपना रहा है तो कोई विटामिन की गोलियां और जूस पीकर इम्युनिटी बढ़ा रहा है. मेडीकल स्टोर संचालक भी मानते हैं कि इन दिनों आयुर्वेदिक औषधियों, काढ़ा और विटामिन सी और डी की गोलियों की बिक्री कई गुना बढ़ गई है. कोरोना पॉजिटिव के दिनों दिन बढ़ते मामलों के बीच दवा की दुकानों पर इम्युनिटी बूस्टर दवाओं की बाढ़ आ गई है. हर छोटी-बड़ी दवा की दुकान पर तरह-तरह के इम्युनिटी बूस्टर मिलने लगे हैं. ऑनलाइन साइट्स पर भी इनकी बिक्री जारी है. कंपनियां ऑनलाइन ऑर्डर का विकल्प दे रही है. 85 से 90 फीसदी तक बिक्री भी ऑनलाइन होने लगी है. पहले के मुकाबले 6 गुना ज्यादा लोग इन प्रोडक्ट्स के बारे में आनलाइन रिसर्च कर रहे हैं. यहां तक कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी इम्युनिटी बढ़ाने वाले कांटेंट सबसे ज्यादा शेयर किए जा रहे हैं. इसके अलावा च्यवनप्राश, हेल्थ सप्लीमेंट्स प्रोडक्ट की मांग बढ़ी है.
विटामिन-C की मांग ज्यादा
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लोग आयुष काढ़ा, गिलोय, अश्वगंधा, हल्दी की गोलियां, तुलसी ड्रॉप और च्यवनप्राश का इस्तेमाल रोज कर रहे हैं. यही नहीं विटामिन सी और डी की गोलियों की खपत भी आम दिनों की तुलना में 10 से 15 गुना बढ़ गई है. इसके अलावा बाजार में एलोवेरा, गिलोय, तुलसी, त्रिफला, आंवला जूस की बड़ी रेंज और वैरायटी उपलब्ध है. मेडीकल स्टोर संचालकों का कहना है कि इन दिनों विटामिन सी और डी की गोलियां बहुतायत में मांगी जा रही है.