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हरियाणा में बेहद सस्ती है युवाओं की जान! जरा सी चूक से हो सकता है बड़ा हादसा

सोमवार को एचएसएससी का एग्जाम है. इस दौरान युवाओं के लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं. लेकिन हरियाणा में न तो सरकार की तरफ और न ही रेलवे प्रशासन ने इन छात्रों के लिए कोई खास प्रबंध किए है. छात्रों को इन एग्जाम सेंटर पर समय से पहुंचना था. लिहाजा स्टूडेंट्स ने जान की बाजी लगाकर ट्रेन में कुछ इस अंदाज में सफर किया.

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Published : Sep 23, 2019, 12:42 PM IST

छात्रों का जान की बाजी वाला सफर

कुरुक्षेत्र/भोपाल:हरियाणा में युवाओं की जान कितनी सस्ती है. इसकी बानगी आपको इन तस्वीरों में दिख जाएगी. ये तस्वीरें धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के थानेसर रेलवे स्टेशन की हैं. यहां ये युवा अपनी जिंदगी के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं.

छात्रों का जान की बाजी वाला सफर

HSSC एग्जाम के जानलेवा सफर!

दरअसल सोमवार को एचएसएससी का एग्जाम है. इस दौरान युवाओं के लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं. लेकिन हरियाणा में न तो सरकार की तरफ और न ही रेलवे प्रशासन ने इन छात्रों के लिए कोई खास प्रबंध किए. छात्रों को इन एग्जाम सेंटर पर समय से पहुंचना था. लिहाजा स्टूडेंट्स ने जान की बाजी लगाकर ट्रेन में कुछ इस अंदाज में सफर किया.

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बड़े हादसे का इंतजार

ये स्टूडेंट्स प्रदेश के भावी क्लर्क हैं. जो जींद से कुरुक्षेत्र जाने वाली ट्रेन में अपनी जान को जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं. ट्रेन के अंदर ज़बरदस्त भीड़ थी. लिहाजा इन छात्रों ने ट्रेन के इंजन पर ही बैठना मुनासिब समझा. कुछ स्टूडेंस् इंजन पर बाहर की लटके हुए हैं. सोचिए जरा सी चूक इन छात्रों की जिंदगी हमेशा के लिए बर्बाद कर सकती है. लेकिन छात्रों को तो एग्जाम देना ही है. फिर चाहे जान जोखिम में डालकर ही क्यों न देना पड़े. इसलिए लगा दी अपनी जान की बाजी.

सरकार और रेलवे प्रशासन जिम्मेदार

अब सवाल उठता है कि इतनी बड़ी लापरवाही के लिए जिम्मेदार किसे ठहराया जाए. इन छात्रों को जो ट्रेन के इंजन पर बैठकर यात्रा कर रहे हैं या फिर प्रदेश की मनोहर सरकार को, जो शायद किसी बड़े हादसे के होने का इंतजार कर रही है. यहां सरकार की जिम्मेदारी इसलिए भी ज्यादा बनती है क्योंकि जब एचएसएससी एग्जाम के लिए सेंटर दूर बनाए गए हैं तो स्टूडेंट्स के वहां पहुंचने के लिए यातायात के पुख्ता इंतजाम भी किए जाने चाहिए थे.

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