भोपाल। मध्यप्रदेश में लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान साइबर क्राइम का ग्राफ भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है. आलम यह है कि लॉकडाउन से लेकर अब तक हर महीने 200 से 300 ऑनलाइन ठगी की शिकायतें साइबर पुलिस के पास पहुंच रहीं हैं. कुछ मामलों में पड़ताल के बाद पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ऑनलाइन ठगी करने वाले शातिर जालसाज ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के रहने वाले हैं.
जालसाज पुलिस के लिए बन रहे चुनौती
साइबर ठगी करने वाले जालसाज ज्यादातर दूसरे राज्यों में बैठकर मध्य प्रदेश के लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के गैंग में शामिल हैं.जब पुलिस साइबर ठगी के अपराधों की तह तक जाती है तो, इस तरह के खुलासे होते हैं. इन अपराधियों का दूसरे राज्यों में होना ही पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. क्योंकि पहले तो पुलिस को ठगी का ओरिजन प्वाइंट ढूंढना पड़ता है, उसके बाद संबंधित राज्य की पुलिस से समन्वय स्थापित कर वहां कार्रवाई करना होता है. ऐसे में पुलिस के लिए जालसाजों तक पहुंचना टेढ़ी खीर साबित होता है.
यूपी, बिहार व झारखंड जालसाजों के पसंदीदा राज्य
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि इस तरह से ठगी करने वालों के कॉल ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से आते हैं. बताया जा रहा है कि जालसाज बिहार और झारखंड समेत दूसरे राज्यों में बैठकर फर्जी सिम कार्ड के जरिए फोन करते हैं. पॉलिसी या किसी ऑफर का लालच देकर ओटीपी नंबर या बैंक डिटेल ले लेते हैं. डिटेल्स मिलने के बाद पलक झपकते ही यह साइबर ठग आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं.