भोपाल।ब्लैक फंगस मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बड़ा फैसला लिया है. अब प्रदेश के अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों की निशुल्क नेजल एंडोस्कोपी की जाएगी. इसके लिए विशेष अभियान की शुरूआत भी होगी. प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में कोविड और पोस्ट कोविड मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा. इस संबंध में नाक, कान और गला रोग के विशेषज्ञों से चर्चा भी की गई है.
एंडोस्कोपी जांच के लिए बढ़ाए जाएंगे उपकरण
इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश में विगत 2 महीने में कोविड संक्रमण के साथ अस्पतालों में भर्ती किसी भी मरीज की नेजल एंडोस्कोपी की जा सकेगी. इस अभियान को दृष्टिगत रखते हुए एंडोस्कोपी जांच के लिए आवश्यक उपकरणों को मेडिकल कॉलेज में बढ़ाया जाएगा.
15 दिन तक विशेषज्ञ निशुल्क करेंगे इलाज
कान, नाक और गला विशेषज्ञों की सोसाइटी ने भी प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिक में पोस्ट कोविड के मरीजों की एंडोस्कोपी जांच के लिए 15 दिन का निशुल्क अभियान चलाए जाने की सहमति दी है. इस अभियान को सफल करने हेतु निजी चिकित्सा संस्थानों के लिए प्रत्येक शहर में एक को-ऑर्डिनेटर भी नियुक्त किया जाएगा. मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों और जिला अस्पतालों में यह अभियान शुरू होगा.
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मरीजों की केस स्टडी की जाएगी
मेडिकल कॉलेज में भर्ती प्रत्येक ब्लैक फंगस के मरीज की केस स्टडी एकत्र की जायेगी. इससे यह मालूम किया जाएगा कि यह लक्षण ग्रामीण अथवा शहरी, किस क्षेत्र में ज्यादा है. आगे इसकी रोकथाम के लिये यह स्टडी काम आयेगी. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर राज्य सरकार ने सबसे पहले काम करना शुरू किया है. अगले 3 दिन प्रदेश में ब्लैक फंगस की प्राथमिक पहचान की जाएगी. हर मेडिकल कॉलेज को निर्देश दिए गए हैं कि जो व्यक्ति नेजल एंडोस्कोपी करवाना चाहता है, उसकी जांच की जाए. इसके मरीजों के लिए कोविड और नॉन-कोविड ऑपरेशन थियेटर की सुविधा भी अलग-अलग उपलब्ध कराने को कहा गया है. मंत्री ने आगे कहा कि यह अभियान कोविड संक्रमित ब्लैक फंगस के भर्ती मरीजों के लिए प्रारंभ किया जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य ब्लैक फंगस बीमारी को शुरुआती दौर में ही पहचानकर उसे खत्म करना है.