भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर ने कई परिवारों को उजाड़ दिया तो कई जीवन भर के लिए इसका दंश झेलेंगे. यह त्रासदी ऐसी है कि इसमें कोई भी ऐसा शख्स नहीं है जो इससे अछूता रहा हो, कहीं ना कहीं हर किसी ने इस विकट समय में परेशानी का सामना किया है. बावजूद इसके अब हालातों में सुधार हो रहा है. लगातार कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हो रही है. लोग होम आइसोलेशन का पालन कर रहे हैं और इलाज में सावधानी बरत रहे हैं. नतीजतन कोरोना की संक्रमण दर कम होती जा रही है. लोग अस्पतालों से ठीक होकर घर जा रहे हैं, तो वही अंतिम संस्कार की संख्या भी कम आ रही है. जो लोग संक्रमण से उबर कर होम आइसोलेशन में जा रहे हैं. उनका कहना है की यह उनका दूसरा जीवन है. जो ईश्वर (God) ने इलाज ने दिया है. हम इसे दोबारा ऐसी स्थिति में नहीं आने देंगे. अस्पताल से बाहर आते मरीजों ने बताया कि उन्होंने सकारात्मकता के साथ कोरोना से जंग लड़ी. डॉक्टर के इलाज पर भरोसा किया. इस वजह से ही आज ठीक होकर अपने घर वापस जा रहे हैं.
अंतिम संस्कार की संख्या में आई कमी
कोरोना के इस दौर में श्मशान घाटों और कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के लिए शवों को रखने की जगह भी कम पड़ रही है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां अभी इस संख्या में कमी देखी जा रही है. विश्राम घाट के व्यवस्थापक भी यह बात बता रहे हैं. उनका कहना है पहले जहां 100 से अधिक मृत शरीरों का अंतिम संस्कार किया जाता था. अब उसमें बहुत कमी आई है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात सुधरने की ओर हैं.
कम हो रही संक्रमण दर!
मध्यप्रदेश में कोरोना की संक्रमण रफ्तार धीमी हो चली है. 10 मई तक 1 लाख 11 हजार 223 एक्टिव केस सामने आए हैं. इनमें से 5 लाख 63 हजार 754 मरीज स्वस्थ हुए हैं. इस लिहाज से संक्रमण की दर अब 15.7% हो चुकी है. जबकि पिछले सप्ताह की बात की जाए तो हर दिन लगभग 12 हजार के सामने आ रहे थे. प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के चलते 6582 लोग अपनी जान गवां चुके हैं.