भोपाल।केंद्रीय जेल में हर साल की तरह इस साल भी गुरूवार को "जीवन यूं ही खत्म नहीं होता" कार्यक्रम आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे पंडित विजय शंकर मेहता ने कैदियों की काउंसलिग की. इस दौरान कैदियों ने 'इतनी शक्ती हमें देना दाता' भजन की प्रस्तुती भी दी.
केंद्रीय जेल में हूआ कैदियों की काउंसलिंग का कार्यक्रम, पंडित विजय शंकर मेहता ने सिखाया जीवन का पाठ - भोपाल
भोपाल के केद्रीय जेल में कैदिया के लिए "जीवन यूं ही खत्म नहीं होता" कार्यक्रम आयोजन किया गया, जिसमें पंडित विजय शंकर मेहता ने कैदियों की काउंसलिग की.
विजय शंकर मेहता ने कैदियों को एक साथ बैठाकर हनुमान जी के किस्से सुनाए और अपराध से कैसे बचें यह भी बताया. उन्होंने कहा की जो लोग जाने अनजाने में अपराध कर देते हैं, वह बात एक अलग है. लेकिन जानकर अपराध करना बहुत गलत है इसकी सजा दुनिया रह कर ही मिल जाती है. उन्होंने कहा अपराधी भी सामान्य लोग ही होते है लेकिन गलत लोगों की संगत और गलत रास्ते उनको किसी और दिशा ले जाते हैं.
कार्यक्रम में जेल महानिदेशक संजय चौधरी ने कैदियों को संबोधित करते हुए उन्हें अपराध और नशा आदि छोड़ने के लिए प्रेरित किया और समाज की मुख्यधारा से जुड़ अच्छा नागरिक बनने के साथ ही परिवार समाज, देश के लिए काम आने की बात कही. कार्यक्रम में संजय पांडे जेल उपमहानिरीक्षक, दिनेश नरगावे जेल अधीक्षक, प्रियदर्शन श्रीवास्तव उप जेल अधीक्षक, एवं केंद्रीय जेल भोपाल के अन्य अधिकारी मौजूद रहे.